श्रीकृष्ण कथा के उपलक्ष्य में निकाली संध्या फेरी
11 फरवरी से शुरू होने वाली श्री कृष्ण कथा के उपलक्ष्य में संध्या फेरी प्राचीन सिद्ध पीठ श्री हनुमान मंदिर किला चौक से निकाली गई।
जासं, फरीदकोट : 11 फरवरी से शुरू होने वाली श्री कृष्ण कथा के उपलक्ष्य में संध्या फेरी प्राचीन सिद्ध पीठ श्री हनुमान मंदिर किला चौक से निकाली गई। संध्या फेरी में सभी भक्तों ने भगवान श्री कृष्ण जी के जयकारे लगाए। भगवान की पालकी पर पुष्पों से वर्षा की। साध्वी रितु भारती और साध्वी दुर्गा भारती ने भजनों का गायन किया। उन्होंने कहा कि जब मीरा बाई संत रविदास जी की शरण में गई तो उसने अपने घट के भीतर असली राम रतन धन को प्राप्त कर लिया था। इसलिए उसने गली-गली जाकर यही कहा कि पायोजी मैंने राम रतन धन पायो, वस्तु अमोलक दी मेरे सतगुरु कर कृपा अपनाया। कहने का भाव अपने पूर्ण सतगुरु की शरण में जाकर उनकी कृपा से परमात्मा का दर्शन अपने घट में कर लिया है। मुझे वह असली धन की प्राप्ति हो चुकी है जिसकी मैं अपने जीवन में खोज कर रही थी। इसी के साथ सभी इलाका निवासियों को कथा में आने के लिए निमंत्रण पत्र बांटे गए और कथा में आने के लिए प्रेरित किया गया। संध्या फेरी के दौरान विशेष तौर पर एडवोकेट ललित मेनी प्रधान प्राचीन सिद्ध पीठ श्री हनुमान मंदिर किला चौक, जगदीश कुमार, पंडित गगन मिश्रा, राम कुमार शर्मा, प्रदीप कुमार, सुमित गुप्ता, पंडित हंसराज शर्मा, करण गोयल और राजेश कुमार का भरपूर सहयोग रहा। अंत में संध्या फेरी का समापन प्रभु की पावन पुनीत आरती के साथ किया गया।