रामवन में मौजूद शिवालय के दर्शन के लिए दूर-दूर से आते हैं लोग
कोटकपूरा के सिक्खांवाला रोड स्थित रामवन में स्थापित भगवान शिव पार्वती और नन्दी की प्रतिमा के पास स्थापित शिवलिग के दर्शन करने को शहर भर के लोग आते हैं।
संवाद सहयोगी, कोटकपूरा : भगवान शिव का एक वास श्मशान में भी माना गया है। इसलिए कोटकपूरा के सिक्खांवाला रोड स्थित रामवन में स्थापित भगवान शिव पार्वती और नन्दी की प्रतिमा के पास स्थापित शिवलिग के दर्शन करने को शहर भर के लोग आते हैं। यह शिवालय करीब 40 वर्ष पुराना है। शिवालय समेत रामवन की पूरी इमारत का निर्माण माता समां कौर ट्रस्ट के अंतर्गत नजदीकी गांव बांदरजटाना के मूल निवासी दलीप सिंह ने करवाकर छह अक्तूबर 1981 को आम जनता के लिए समर्पित किया था। मन्दिर के आसपास विल्व के वृक्ष भी लगाए गए थे। इस रामवन में बहुत से देवी देवताओं की मूर्तियां मौजूद हैं। शमशान में होने के बावजूद इस शिवालय के प्रति लोगों की आस्था कम नहीं है। यहां पर काफी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। सावन के महीने बहुत से लोग यहां पर जल अर्पित करते हैं। हालांकि अबकी बार कोरोना संकट के चलते नाममात्र श्रद्धालु ही आ रहे हैं। पण्डित धर्मिन्द्र दुबे देख रहे पूजा व्यवस्था
तीन वर्ष से अयोध्या के मूलनिवासी पण्डित धर्मिन्द्र दुबे यहां पर पूजा व्यवस्था देख रहे हैं। इस रामवन की प्रबंधकीय व्यवस्था मास्टर हरगोबिद राय गर्ग और उनका बेटा विवेक गर्ग देख रहे हैं। जिन्होंने यहां पर लाखों रुपये खर्च करके कई सुधार करवाए हैं।