Move to Jagran APP

मुश्किल घड़ी में बेटियां बनने लगी मां-बाप का सहारा

कोरोना की मुश्किल घड़ी दौरान बेटियां मां-बाप का सहारा बनने लगीं हैं वह प्रचंड गर्मी में खेतों में धान की फसल भी लगा रही हैं और साथ के साथ ऑनलाइन पेपर दे कर शिक्षा विभाग की ऑनलाइन शिक्षा का मूल्य भी तार रही हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 16 Jul 2020 10:20 PM (IST)Updated: Fri, 17 Jul 2020 06:10 AM (IST)
मुश्किल घड़ी में बेटियां बनने लगी मां-बाप का सहारा
मुश्किल घड़ी में बेटियां बनने लगी मां-बाप का सहारा

देवनंद शर्मा, फरीदकोट : कोरोना की मुश्किल घड़ी दौरान बेटियां मां-बाप का सहारा बनने लगीं हैं, वह प्रचंड गर्मी में खेतों में धान की फसल भी लगा रही हैं और साथ के साथ ऑनलाइन पेपर दे कर शिक्षा विभाग की ऑनलाइन शिक्षा का मूल्य भी तार रही हैं। खेतों में धान की फसल लाने के लिए पनीरी खोद रहे कामगारों के पास ऑनलाइन परीक्षा की तैयारी कर रही छात्रा प्रभजोत कौर सरकारी मिडल स्कूल घुम्यारा की होनहार छात्रा है, वह अनेकों विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा भी बनी हुई है, जो स्कूल न खुलने का बहाना बनाकर पढ़ाई से दूरी बनाए हुए है। प्रभजोत की इस लगन को हर कोई सलाम कर रहा है, कल पहले दिन ही यह वीडियो सैकड़ों ग्रुपों मे वायरल हो गई और बिना जाने भी कि यह बच्ची कौन है, कहां से है, उसकी हौसला अफजायी के लिए लोग तरह-तरह के प्रोत्साहन वाले कमेंट भी लिख रहे है। एक बहन नौंवी व दूसरी कर रही बीकॉम, भाई पांचवीं में

loksabha election banner

स्टेट मीडिया को-ऑर्डिनेटर हरदीप सिद्धू ने बताया कि प्रभजोत कौर बेटी बूटा सिंह सरकारी मिडल स्कूल घुम्यारा में आठवीं क्लास की छात्रा है, उसकी दो होनहार बहनें अकाशदीप कौर सरकारी सेकेंडरी स्कूल मौरांवाली में नौवीं क्लास और दूसरी बहन संत बाबा राम सिंह कॉलेज घुद्दूवाला फरीदकोट में बीकॉम भाग तीसरा की छात्रा है, एक भाई लखविन्दर सिंह सरकारी प्राथमिक स्कूल घुम्यारा में पांचवी जमात में पढ़ रहा है। पिता बूटा सिंह पहले मैरिज पैलेस में काम करता था, परन्तु कोरोना महामारी कारण यह धंधा रुक गया तो उसने खेतों में मेहनत मजदूरी कर रहा है। अलग-अलग काम में तीनों बेटियां बन रही सहारा : पिता बूटा सिंह

पिता बूटा सिंह का कहना है कि वह घर की तंगीयों के कारण अपने गांव घुम्यारा के जो स्कूल में तीसरी नहीं पार कर सका, उसी स्कूल से उसकी बच्चियां पढ़ कर उच्च क्लासों की तरफ बढ़ रही हैं। पिता का कहना कि उसकी तीनों ही बेटियां मेहनती हैं, जो अलग-अलग काम धंधे में उसका सहारा भी बन रही है, इसके साथ पढ़ भी रही हैं, घर में भैंसें भी रखी वह भी बेटियां ही संभालती हैं। बच्चियों के सुनहरी भविष्य के लिए सहयोग देंगे : डीईओ

जिला शिक्षा अफसर सेकेंडरी परमिन्दर सिंह बराड़, डिप्टी डीईओ प्रदीप देवड़ा और स्कूल के इंचार्ज हरबरिन्दर सिंह सेखों का कहना है कि उनको मान है, यह होनहार बेटियां हमारे सरकारी स्कूलों में पढ़ रही हैं। उक्त लोगों ने दावा किया कि इन बच्चियों के सुनहरी भविष्य के लिए हर सहयोग दिया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.