खेत मजदूरों का डीसी दफ्तर के सामने धरना
संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब कर्ज माफी, खुदकुशी पीड़ित के लिए सहायता, रिहायशी प्लाट अलाट करने व
संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब
कर्ज माफी, खुदकुशी पीड़ित के लिए सहायता, रिहायशी प्लाट अलाट करने व जमीनी सुधार लागू करवाने आदि मांगों की पूर्ति के लिए पंजाब खेत मजदूर यूनियन की ओर से सोमवार को डीसी दफ्तर समक्ष तीन दिवसीय धरना जमा दिया गया। इस दौरान मजदूरों ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। नेताओं ने कहा कि राज्य सरकार उनकी मांगों की पूर्ति करने की बजाए आनाकानी कर रही है जिसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। राज्य सरकार मजदूरों की मांगें पूरी करने की बजाय उनके संघर्ष को दबाने पर लगी हुई है, लेकिन इसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। राज्य सरकार ने चुनाव से पहले वादा किया था कि मजदूरों के पूरे कर्ज माफ किए जाएंगे, लेकिन अब सरकार खाली खजाने का शोर मचा रही है। इसी तरह ही खुदकशी पीड़ित खेत मजदूरों के लिए राहत राशि में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। इतना ही नहीं बिजली माफी पर भी कैप्टन सरकार ने रोक लगा दी है। बड़े जमींदार गरीब किसानों व मजदूरों का शोषण कर रहे हैं। सरकार ने राजनीतिक दबाव में आकर मजदूरों के आटा दाल स्कीम वाले कार्ड भी काट दिए हैं, जिस कारण मजदूरों में भारी रोष पाया जा रहा है। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश ¨सह बादल ने 15 दिसंबर 2016 को गांव ¨सघेवाला में मजदूरों को मकान बनाने के लिए सर्टिफिकेट तो दिए गए थे, लेकिन अभी तक उन्हें प्लाट नहीं दिए गए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक राज्य सरकार अपने वादे नहीं करती उनका संघर्ष जारी रहेगा।