कापी--सैकड़ों नम आंखों ने दी पाक्षी को अंतिम विदाई
चंड़ीगढ†ा में पीजी अगन्किांड में मॉत पाक्षी को आज अंतिम विदाई दी गई।
संवाद सूत्र, कोटकपूरा
पाक्षी का अंतिम संस्कार आज बेहद गमगीन माहौल में स्थानीय राम बाग में हुआ। परिवार वालों ने जिस बेटी को डोली में घर से विदा करने के सपने संजोये थे उसको अर्थी में विदा करना बेहद कठिन होता है। पाक्षी की अंतिम विदाई मौके दादा प्रीतम लाल ग्रोवर, पिता नवदीप ग्रोवर, माता बबली ग्रोवर, भाई पायस ग्रोवर समेत अन्य रिश्तेदारों का रो रो कर बुरा हाल था। मां बबली इस घटना को बर्दाश्त नहीं कर पाई और वो अपनी बिटिया को इस हालत में देख बेसुध सी हो गई थी। अंतिम संस्कार मौके पूरा कोटकपूरा ही श्मशान घाट में उमड़ पड़ा। कोटकपूरा कांग्रेस के हल्का इंचार्ज भाई हरनिरपाल सिंह कुक्कू, फरीदकोट कांग्रेस कमेटी के जिलाप्रधान अजयपाल सिंह संधू, भाजपा फरीदकोट के जिलाप्रधान विजय छाबड़ा, नगर कौंसिल कोटकपूरा के प्रधान मोहन सिंह मत्ता, भाजपा फरीदकोट के पूर्व जिलाप्रधान प्रवीण गुप्ता, ट्रक यूनियन कोटकपूरा के प्रधान महाशा गुरशमिद्र सिंह बराड़ भी पाक्षी को अंतिम विदाई देने मौके मौजूद रहे।
पीजी अग्निकांड की प्रत्यक्षदर्शी और पाक्षी की पीजी मेट गिद्दड़बाहा निवासी अमीषा ने बताया कि पीजी में आगजनी की घटना के दौरान अगर आस पास के लोग मदद करते, तो उसकी सहेलियों की जान बच सकती थी। अमीषा अपने पिता के साथ अपनी सहेली पाक्षी को अंतिम विदाई देने कोटकपूरा के रामबाग में पहुंची थी।
अमीषा के मुंह से पाक्षी की बहादुरी की दास्तान सुनकर मौके पर मौजूद कोटकपूरा के गणमान्यों, ओमकार गोयल ऑल इंडिया प्रधान रिटेल किराना एसोसिएशन, अमित कविया प्रधान प्रेस क्लब कोटकपूरा, मनतार मक्कड़ जिलाप्रधान रेडीमेड एसोसिएशन, सुनीता गर्ग पूर्व जिलाप्रधान भाजपा फरीदकोट, नई सोच नई जिदगी के प्रवक्ता प्रदीप मित्तल, बीबी परमजीत कौर ढिल्लों पूर्व प्रधान नगर कौंसिल कोटकपूरा, मोहनलाल बांसल प्रधान श्याम मन्दिर कोटकपूरा, कृष्ण गोयल प्रधान आढ़तिया एसोसिएशन कोटकपूरा, पार्षद राजिदर देओडा टीपू, प्रदीप चोपड़ा, काला ग्रोवर, ब्राह्मण सभा कोटकपूरा, अरोड़ा महासभा कोटकपूरा, गुड मॉर्निंग क्लब, राइस शैलर एसोसिएशन, हलवाई एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने एक ही मांग रखी कि कोटकपूरा की होनहार और बहादुर बेटी पाक्षी को मरणोंपरांत वीरता का राष्ट्रीय पुरस्कार दिया जाए। चंडीगढ़ में पाक्षी की पीजी मेट रही कुछ अन्य सहेलियां भी कोटकपूरा पहुंची थी।