बुराइयां खत्म करने अवतार लेते हैं महापुरुष : दुर्गा भारती
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की तरफ से स्थानीय प्रेम नगर स्थित श्री गुरू रविदास मंदिर में श्री गुरू रविदास जयंती के उपलक्ष्य में सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बहुगिनती श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
जागरण संवाददादा, कोटकपूरा
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की तरफ से स्थानीय प्रेम नगर स्थित श्री गुरु रविदास मंदिर में श्री गुरु रविदास जयंती के उपलक्ष्य में सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस मौके पर सर्वश्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी सुश्री दुर्गा भारती ने प्रवचन करते हुए कहा कि जिस समय मानव समाज धर्म से विहीन हो जाता है तो समाज में अनेक प्रकार की बुराइयां जन्म लेती है। इन बुराइयों का खात्मा करने के लिए समय समय पर संत महापुरुष इस धरा पर अवतार लेते हैं और मानवता को कल्याण का मार्ग दिखाते हैं।
श्री गुरु रविदास जी का जन्म लगभग 600 साल पहले काशी नगरी में हुआ। उस समय भी समाज बुराइयों से घिरा हुआ था। इस समय ऊंच नीच, जातपात जैसे भेदभाव पनप रहे थे जिनका श्री गुरु रविदास जी को भी सामना करना पड़ा। हीरा हमेशा हीरा ही रहता है चाहे वह कीचड़ में ही क्यों न गिर जाए, उसकी चमक समाप्त नहीं होती। उन्होंने अपनी जीवन से यह सिद्ध किया कि व्यक्ति कभी अपने जन्म व कुल से महान नहीं बनता बल्कि वह अपने कर्म से महान बनता है। उन्होंने अपने जीवन काल में ज्ञान की ऐसी गंगा बहाई जिसमें प्रत्येक मानव ने गोता लगाकर स्वंय का कल्याण किया। उनका जीवन हमें यहीं संदेश देता है कि यदि समाज में फैली बुराइयों को दूर करना है और स्वयं का कल्याण करना है तो उसका एक मात्र माध्यम है ज्ञान जोकि सच्चे संत की शरण में जाकर प्राप्त होता है। साध्वी बहनों द्वारा भजनों का गायन किया गया। अंत में मंदिर कमेटी के प्रधान कुलदीप ¨सह की अगुवाई में साध्वी बहनों का सम्मान भी किया गया।