संस्थाओं की सियासतदानों व लोगों से संयम बरतने की अपील
विभिन्न सियासी, गैर सियासी व समाजसेवी संस्थाओं व जत्थेबंदियों से संबंधित पदाधिकारियों द्वारा आज स्थानीय लाला लाजपत राये पार्क में बैठक कर मौजूदा सरकार, जिला प्रशासन, विभिन्न सियासी पार्टियों व लोगों से अपील की गई कि वे वोट राजनीति से ऊपर उठ कर पंजाब के बिगड़ते जा रहे हालातों के प्रति ¨चता करें व संयम बरतें। इस दौरान समाजसेवी ओंकार गोयल, बास्केटबाल कोच प्रो. दर्शन ¨सह संधु, बलजीत ¨सह बराड़ व किसान नेता म¨हदर ¨सह सैणी ने कहा कि जिले के कस्बा बरगाड़ी में घटे बेअदगी कांड का संताप कोटकपूरा निवासियों को सहना पड़ा और इसी कारण यहां अमन कानूनी की स्थिति को भी खतरा पैदा हो गया था।
संवाद सहयोगी, कोटकपूरा : विभिन्न सियासी, गैर सियासी व समाजसेवी संस्थाओं व जत्थेबंदियों से संबंधित पदाधिकारियों ने बैठक की। बैठक स्थानीय लाला लाजपत राय पार्क में मौजूदा सरकार, जिला प्रशासन, विभिन्न सियासी पार्टियों व लोगों से अपील की गई कि वे वोट राजनीति से ऊपर उठकर पंजाब के बिगड़ते जा रहे हालातों के प्रति ¨चता करें व संयम बरतें।
इस दौरान समाजसेवी ओंकार गोयल, बास्केटबाल कोच प्रो. दर्शन ¨सह संधु, बलजीत ¨सह बराड़ व किसान नेता म¨हदर ¨सह सैणी ने कहा कि जिले के कस्बा बरगाड़ी में घटे बेअदबी कांड का संताप कोटकपूरा निवासियों को सहना पड़ा। इसी कारण यहां अमन कानून की स्थिति को भी खतरा पैदा हो गया था। उन्होंने कहा कि 1978 से 1993 तक का डेढ़ दशक से भी अधिक का समय पंजाब के निवासियों को काले दौर में गुजारना पड़ा था। अब भी कुछ सियासतदानों की कार्रवाइयों के चलते ही अमन-शांति को एक बार फिर से खतरा पैदा हो गया है और भाईचारक सांझ में दरार पड़ने के आसार दिखाई देने लगे हैं। उन्होंने अपील की कि जब तक बेअदबी कांड व पुलिस द्वारा चलाई गई गोली उपरांत पैदा हुई समस्याओं का हल नहीं हो जाता तब तक फरीदकोट जिले के किसी भी गांव, शहर या कस्बे में कोई सियासी रैली नहीं की जाए। उन्होंने कहा कि जिले भर की विभिन्न संस्थाओं को दिलचस्पी लेकर ऐसी घटनाएं रोकने के उपाय करने चाहिए। इस अवसर पर इकबाल ¨सह खालसा, बाबू ¨सह फिड्डे, हरभजन ¨सह ढिल्लों, साधू राम देओड़ा, जरनैल ¨सह ढीमांवाली, हर¨वदर ¨सह जटाणा, राज लाहौरिया, हाकम ¨सह ढीमांवाली आदि उपस्थित थे।