कोटकपूरा में एक माह में डेंगू से चार मौतें
इस संबंध में आज सिविल सर्जन डा. रा¨जदर कुमार द्वारा सिविल अस्पताल का मुआयना किया गया। इस दौरान बात करते हुए उन्होंने बताया कि डेंगू को देखते हुए शहर में पायलट प्रोजैक्ट शुरु किया गया है। जिसके तहत 40 आशा वर्कर शहर में डोर-टू-डोर जाकर डेंगू के मरीजों का सर्वे करेंगी। इसके लिए विभाग उन्हें 2 रूपये प्रति घर अदा करेगा। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त ईएमओ के पद भरने के लिए भी स्वास्थय मंत्री को लिखा गया है और उन्होंने एक सप्ताह के भीतर यह पद भरने का आश्वासन दिया है।
संवाद सहयोगी, कोटकपूरा
शहर में एक ओर जहां डेंगू की बीमारी सुरसा के मुंह की तरह दिनोंदिन बढ़ती ही जा रही है वहीं दूसरी ओर इस बीमारी पर अंकुश लगाने वाले स्वास्थय विभाग व नगर कौंसिल कोई ठोस कदम उठाने की जगह सिर्फ बातें करके समय बबरद कर रही है। शहर में जहां डेंगू के कारण 4 मौतें हो चुकी हैं वहीं दूसरी ओर हजारों की संख्या में डेंगू के मरीज सामने आ चुके हैं। परन्तु स्वास्थय विभाग डेंगू की पुष्टि न होने की बात कर अपना पल्ला झाड़ रहा है।
सिविल अस्पताल में डेंगू के 22 मरीज दाखिल हैं। प्रतिदिन सैंकड़ों की संख्या में मरीज सामने आ रहे हैं। निजि अस्पतालों में लगभग 20 से 30 मरीज डेंगू के आ रहे हैं और इनके साथ सिविल अस्पताल वाले मरीजों की संख्या भी की जाए तो प्रतिदिन लगभग 150 मरीज डेंगू के सामने आ रहे हैं। शुक्रवार को गांव देवीवाला में भी डेंगू के कारण एक महिला की मौत हो गई ।
सरकारी अस्पताल में मरीजों के सैंपल तो लिए जाते हैं परन्तु टेस्ट 96 सैंपल आने के पश्चात ही होता है। जिसके चलते रिपोर्ट आने में दो से तीन दिन लग जाते हैं। परन्तु तब तक मरीज की हालत बिगड़ जाती है। यही कारण है कि लोग सरकारी अस्पताल की जगह निजि अस्पतालों में उपचार करवाने को तरजीह दे रहे हैं। इनसेट
विशेष टीमें गठित की जाएं : सहगल
शहर की विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के अध्यक्ष नरेश कुमार सहगल द्वारा मुख्यमंत्री पंजाब से मांग की गई है शहर में स्पेशल टीमें बना कर वार्ड के अनुसार टेस्ट करवाए जाएं। नहीं तो डेंगू शहरवासियों पर भारी पड़ सकता है। उनके द्वारा डीसी फरीदकोट से डेंगू के उपचार के लिए डॉक्टरों की स्पेशल टीमें, स्टाफ आदि कोटकपूरा में भिजवाएं तथा संबंधित विभागों को सतर्क करें। इनसेट
शहर में पायलट प्रोजेक्ट शुरू : सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डा. रा¨जदर कुमार द्वारा सिविल अस्पताल का मुआयना किया गया। इस दौरान बात करते हुए उन्होंने बताया कि डेंगू को देखते हुए शहर में पायलट प्रोजेक्ट शुरु किया गया है। जिसके तहत 40 आशा वर्कर शहर में डोर-टू-डोर जाकर डेंगू के मरीजों का सर्वे करेंगी। इसके लिए विभाग उन्हें 2 रूपये प्रति घर अदा करेगा। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त ईएमओ के पद भरने के लिए भी स्वास्थ मंत्री को लिखा गया है और उन्होंने एक सप्ताह के भीतर यह पद भरने का आश्वासन दिया है।