मां के मार्गदर्शन में बिना कोचिग खुशी जिले में रही अव्वल
मंजिलें उन्ही को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है।
जागरण संवाददाता, फरीदकोट : मंजिलें उन्ही को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है। बुधवार को सीबीएससी दसवीं कक्षा के घोषित परीक्षा परिणाम में खुशी की सफलता उक्त दोनों लाइनों पर पूरी तरह से लागू होती है। खुशी ने बिना किसी कोचिग के जिले में सबसे ज्यादा नंबर हासिल करने में सफल रही है। न्यू कैंट रोड गली नंबर आठ फरीदकोट निवासी खुशी की इस सफलता में उनकी मां अंजूबाला भी अहम योगदान रहा है। पहले अध्यापक अब हाऊस वाइफ अंजूबाला ने बताया कि उनकी दो संतान है बेटा बड़ा है जो कि बीए कर रहा है, बेटी छोटी है।
बेटी खुशी हमेशा अपनी पढ़ाई पर ध्यान रखती है, बेटी आज बेहतर अंक से पास हुई है तो हमें खुशी है, खुशी के पिता कमलजीत कुमार गाबा पंजाब पुलिस एएसआइ है। खुशी ने बताया कि उनका शौक कविता लेखन का है, वह पढ़-लिख कर इंजीनियर बनना चाहती है, उनकी पढ़ाई में उनकी मां का भी बहुत सहयोग रहा है, मां द्वारा समय-समय पर दी गई गाइडलाइन के तहत उन्होंने यह सफलता हासिल की है, उन्होंने अब तक कोई कोचिग नहीं ली है, वह अपना सिलेबस स्कूल के अध्यापकों द्वारा बताए गए निर्देश के अनुसार बाखूबी पूरा करती है, उन्हें आज बाबा फरीद स्कूल द्वारा सम्मानित किया गया है।