ड्रैगेन डोर से घायल पक्षियों को बचाने के लिए हेल्पलाइन
ड्रैगेन डोर से घायल पक्षियों को बचाने के लिए सीर सोसाइटी द्वारा हेल्प लाईन नंबर जारी की गई है।
जागरण संवाददाता, फरीदकोट
ड्रैगेन डोर से घायल पक्षियों को बचाने के लिए सीर सोसायटी द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी की गई है। सोसायटी द्वारा लोगों से अपील की गई, कि यदि ड्रैगेन डोर की चपेट में आने से कोई पक्षी कहीं घायल दिखाई देता है, तो सोसायटी के हेल्प लाईन पर इसकी सूचना जरूर दे, ताकि घायल पक्षी को उपचार कर बचाया जा सके।
संस्था के प्लांटेशन चेयरमैन संदीप अरोड़ा व नवदीप गर्ग ने बताया कि सोसायटी के चार डॉक्टर अपनी सेवाएं दे रहे हैं, जो कि घायल पक्षियों का उपचार करेंगे। गर्ग ने बताया कि प्रत्येक वर्ष ड्रैगेन डोर की चपेट में आकर घायल होने से अनेक पक्षी बुरी तरह से घायल हो जाते है, ऐसे यदि उनका समय पर उपचार किया जाय तो वह ठीक हो सकते है। सोसायटी का यह प्रयास प्रर्यावरण को देखते किया जा रहा है।
अरोड़ा ने बताया कि ड्रैगन डोर का प्रयोग न हो इसके लिए वह उसकी सोसायटी की ओर से व्यापक पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है। शहर के मोहल्लों में जाकर बैनर लगाए जा रहे है, लोगों व बच्चों को ड्रैगन डोर का प्रयोग न करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। बाजार में इसकी बिक्री बंद हो इसके लिए डीसी को ज्ञापन भी सौंपा गया है, ऐसे में उसकी सोसायटी की ओर से लोगों से अपील की जा रही है कि हादसे का कारण बनने वाली ड्रैगन डोर का प्रयोग लोग स्वत: ही न करे। यह पर्व की महत्ता को भी कम करता है। ड्रैगेन डोर के कारण यदि कोई घायल होता है, या किसी की जान पर बन आती है तो यह हम सभी के लिए चिता जनक है, ऐसे मे हम सभी को अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझते हुए डैगेन डोर को न कहने के साथ ही दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करने का हरसंभव प्रयास करना चाहिए।