देश की भूख मिटा रहा 'अन्न का कटोरा', रेलवे ने संभाल रखा है सप्लाई का मोर्चा
अन्न का कटोरा पंजाब कोराेना के कारण लॉकडाउन के बीच पूरे देश की भूख मिटा रहा है। रेलवे देश में पंजाब से अनाज की सप्लाई कर रहा है।
फरीदकोट, [प्रदीप कुमार सिंह]। 'अन्न का कटोरा' पंजाब कोराेना की मार के बीच देश की भूख मिटा रहा है। कोरोना के कारण लॉकडाउन में पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद होने के बाद रेलवे ने पंजाब से देशभर में अनाज पहुंचाने के लिए मोर्चा संभाल लिया है। पिछले तीन सप्ताह में पंजाब से देश के अन्य राज्यों में पांच लाख टन खाद्य वस्तुओं की आपूर्ति की गई है।
पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद तो रेलवे ने संभाला मोर्चा, अन्न की सप्लाई के साथ आइसोलेशन कोच भी तैयार
ये खाद्य वस्तुएं मध्य, पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत भेजी गई हैं। जिससे कि लॉक डाउन के दौरान लोगों के समक्ष गेंहू, चावल, आलू और अन्य जरूरी वस्तुओं का संकट न हो। वहीं रेलवे द्वारा मुंबई से पंजाब के लिए दवाओं की आपूर्ति भी की गई।
फिरोजपुर मंडल रेलवे द्वारा 22 मार्च को जनता कफ्र्यू लगने के बाद से 8 अप्रैल तक कुल 212 रैक लगाकर 5.05 टन खादय वस्तुएं पंजाब से देशभर में पहुंचाई गईं। रोजाना 12 रैक द्वारा 28,574 टन खादय वस्तुएं पंजाब से बाहर भेजी जा रही हैं। गेंहू, चावल और आलू के लिए रेलवे द्वारा मालगाडिय़ों का प्रयोग किया जा रहा है, जबकि डेयरी उत्पाद, बिस्किट, मैगी और अन्य पैक सामग्री के लिए स्पेशल पार्सल ट्रेन चलाई जा रही हैं। फिरोजपुर मंडल से 15 अप्रैल तक पंजाब से रोजाना अमृतसर-हावड़ा पार्सल एक्सप्रेस, जम्मूतवी-दिल्ली जंक्शन पार्सल एक्सप्रेस और लुधियाना से ब्रांदा टर्मिनल मुंबई तक चल रही पार्सल ट्रेन 15 अप्रैल को भी आवागमन करेगी।
असम और हैदराबाद भेजे चावल
पंजाब के विभिन्न जिलों और तहसीलों से असम और हैदराबाद के लिए चावलों की आपूर्ति की गई। जिन स्टेशनों से विशेष रैक भेजे गए उनमें नवांशहर, गोनियाना, पट्टी, करतारपुर, भाई जगता, मलसियां, शाहकोट, अजीतवाल, गंगसर, जैतोंं, फरीदकोट, जगरांव, मल्लापुर और नकोदर आदि शामिल हैं। इसके अलावा फिरोजपुर सिटी, फरीदकोट, मक्खू, लुधियाना, जालंधर, अमृतसर, मोगा, पठानकोट, गंगसर, जैतोंं, नकोदर, अजीतवाल से गेहूं अन्य प्रदेशों को भेजा जा चुका है। इसके अलावा जालंधर, लुधियाना, मोगा, पठानकोट, जम्मूतवी, चेहरू और नवांंशहर से विशेष पार्सल ट्रेन भी चलाई गईं।
रेलवे ने तैयार किए आइसोलेशन कोच
देश में पांच हजार कोच को रेलवे ने आइसोलेशन वार्ड के रूप में तैयार किया है, इनमें 80000 बेड की व्यवस्था है। एक कोच में 16 मरीजों को रखे जाने का प्रबंध किया गया है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार इसमें से उत्तर रेलवे को करीब साढ़े पांच सौ कोच बनाने लिए कहा गया था। जिसमें से 25 आइसोलेशन कोच फिरोजपुर मंडल द्वारा तैयार किए जा चुके हैं। जरूरत पडऩे पर कभी भी इनका इस्तेमाल किया जा सकता है।
मुख्य बिंदु
-- 5.05 लाख टन सामान मध्य, पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में पहुंचाया गया पंजाब से।
-- 4.65 लाख टन गेहूं और चावल के 172 रैक भेजे गए विभिन्न राज्यों में।
-- 3.16 लाख टन बिस्किट, मैगी व अन्य जरूरी वस्तुओं के लिए भेजेे गए 37 रैक।
-- 7986 टन आलू की बंगाल में पूर्ति के लिए भेजे गए तीन रैक।
-- 90 रैक में 2.20 लाख टन सामान भेजा गया 22 से 31 मार्च तक।
-- 122 रैक में 2.85 लाख टन सामान भेजा गया 1 से 8 अप्रैल तक।
---------------
'' रेलवे पूरे देश में जरूरी वस्तुओं के लिए परिवहन सुनिश्चित कर रही है। दवा की आपूर्ति के लिए विशेष पार्सल ट्रेन बांद्रा टर्मिनल मुंबई से लुधियाना आई और वापसी पर क्रीमिका के बिस्किट व अन्य पैक खाद्य सामग्री ले गई। लुधियाना से बांद्रा टर्मिनल मुंबई के लिए 15 अप्रैल को भी इस विशेष ट्रेन से आवश्यक सामग्री भेजी जाएगी।
- विवेक शर्मा, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक, फिरोजपुर रेल मंडल।
--
'' कोरोना वायरस महामारी के बीच जहां रेलवे की ओर से खाद्य सामग्री को देश के एक कोने से दूसरे कोने तक पहुंचाया जा रहा है। वहीं आइसोलेशन कोच भी तैयार किए गए हैं। संकट की इस घड़ी में रेलवे कर्मी लगातार काम पर डटे हुए हैं ताकि खाद्य वस्तुओं को लेकर बाजार पर ज्यादा दबाव न बने और लोगों को परेशानी न आए।
- राजेश अग्रवाल, डीआरएम, रेलवे मंडल फिरोजपुर।
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
यह भी पढ़ें:Fight agianst coronavirus: चंडीगढ़ PGI में Covid-19 मरीजों का प्लाज्मा थेरेपी से होगा इलाज