नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की निगरान कमेटी ने लिया संज्ञान
एक दिन पहले राजस्थान फीडर में दूषित पानी की सप्लाई आने के चलते हजारों की तादाद में मछलियां मरने के मामले का नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा पंजाब के प्रदूषण पर निगरानी रखने के लिए गठित निगरान कमेटी ने कड़ा संज्ञान लिया है।
जागरण संवाददाता, फरीदकोट
राजस्थान फीडर में दूषित पानी आने के चलते हजारों मछलियां मरने के मामले का नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा पंजाब के प्रदूषण पर निगरानी रखने के लिए गठित निगरान कमेटी ने कड़ा संज्ञान लिया है। सोमवार को कमेटी के चेयरमैन व हाईकोर्ट के पूर्व जस्टिस प्रीतमपाल ने पंजाब की दरियाओं के प्रदूषण मामले को लेकर संघर्षशील भाई घन्हैया कैंसर रोको सेवा सोसायटी से रिकार्ड लेकर 1 मई को चंडीगढ़ बुलाया है।
नहरबंदी के कारण राजस्थान फीडर में पिछले कुछ दिनों से पानी की सप्लाई बंद थी। एक दिन पहले जब पानी छोड़ा गया तो वह काफी दूषित, काला व बदबूदार था जिसके कारण पानी में मछलियां समेत अन्य जीव जंतू मरने लगे।
भाई घन्हैया सोसायटी के प्रधान गुरप्रीत सिंह चंदबाजा ने कहा कि लुधियाना व जालंधर की फैक्ट्रियों का गंदा पानी ब्यास व सतलुज दरिया में छोड़ा जा रहा है जिसके माध्यम से निकलती राजस्थान फीडर का पानी राजस्थान जाता है और सरहिद फीडर का पानी मालवा क्षेत्र में पीने और सिचाई के लिए इस्तेमाल होता है। उन्होंने कहा कि भले ही सोमवार को पानी साफ नजर आने लगा है लेकिन यह पानी काफी दूषित है जोकि पीने के योग्य तो बिल्कुल भी नहीं है। इनसेट
रिपोर्ट के आधार पर होगी कार्रवाई : डीसी
डिप्टी कमिश्नर कुमार सौरभ राज ने कहा कि रविवार को दूषित पानी आने की जानकारी मिलते ही वह खुद मौके पर पहुंचे थे और उन्होंने नहरी विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाकर पानी की सैंपल भी भरवाए थे और पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड से रिपोर्ट मांगी है जिसके आधार पर कार्यवाही की जाएगी।