दुख के बाद आता है सुख : रितु भारती
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की तरफ से स्थानीय संजय नगर में दो दिवसीय सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में अनेकों भक्तजनों ने पहुंच कर सत्संग प्रवचनों का लाभ प्राप्त किया।
जागरण संवाददाता, फरीदकोट
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की तरफ से स्थानीय संजय नगर में दो दिवसीय सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में सर्व श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी रितु भारती ने कहा कि इलाही पुरुषों की पाक जुबान में से निकले सत्य अनुसार जिस जगह पर सत्संग होता है वहां मन हमारा पवित्र हो जाता है। मन में स्थित विकार, संशय और सवालों की कालिख पल भर में ही चमकते प्रकाश के रूप में बदल जाती है। हमारा मन पूरी तरह विकारों से रहित हो जाता है। हमारे महापुरुष सत्संग की महानता को बताते हुए कहते है कि संशय से भरा मन कभी भी साधना सुमरिम में नहीं लग सकता। केवल मात्र सत्संग ही वह चरण है जिसपर चल के हम भक्ति मार्ग की बुलंदियों को छू सकते है। महापुरूषों का सत्संग हमारा ऐसा मार्ग दर्शन करता है कि मनुष्य सुख के पलों में परमात्मा का शुक्रिया अदा करता है। दुख के समय में प्रार्थना करता है क्योंकि हर रात के बाद दिन का उजाला जरूर फैलता है। इसी प्रकार हर दुख की परछाई के बाद सुख रूपी सच्चाई भी छिपी होती है। अगर मनुष्य असल सुख आनंद के साथ जुड़ना चाहता है तो वह आध्यात्मिक जगत में प्रवेश कर ही सुख आनंद को प्राप्त कर सकता है। वह पूर्ण गुरु की कृपा के द्वारा ही आध्यत्म की अनुभुति अपने अंदर कर सकता है। अंत में साध्वी बहनों ने सुमधुर भजनों का गायन करके भक्तजनों को निहाल किया।