सहकारी बैंक कर्मियों ने की दो घंटे हड़ताल
पंजाब के ज्यादातर जिला केंद्रीय सहिकारी बैंकों में काम कर रहे कर्मचारी बहुत ही मुश्किल दौर में से गुजर रहे हैं, जिसका मुख्य कारण बैंक में स्टाफ की बहुत ज्यादा कमी है। मात्र एक कर्मचारी के सहारे ही बैंक शाखाओं का कामकाज चलाने की नौबत आ चुकी है जोकि बैं¨कग के मेकर व चैकर के सिद्धांत के बिल्कुल उलट है। यह विचार दी फरीदकोट केंद्रीय सहिकारी बैंक कर्मचारी यूनियन के नेताओं ने स्थानीय शाखा के बाहर दो घंटे की कलमछोड़ हड़ताल करते हुए व्यक्त किए।
जागरण संवाददाता, फरीदकोट
पंजाब के ज्यादातर जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों में काम कर रहे कर्मचारी बहुत ही मुश्किल दौर में से गुजर रहे हैं, जिसका मुख्य कारण बैंक में स्टाफ की बहुत ज्यादा कमी है। मात्र एक कर्मचारी के सहारे ही बैंक शाखाओं का कामकाज चलाने की नौबत आ चुकी है। यह विचार दी फरीदकोट केंद्रीय सहकारी बैंक कर्मचारी यूनियन के नेताओं ने स्थानीय शाखा के बाहर दो घंटे की कलमछोड़ हड़ताल करते हुए व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि इस संबंधी फरीदकोट केंद्रीय सहकारी बैंक कर्मचारियों यूनियन द्वारा बैंक के जिला मैनेजर लख¨वदर ¨सह बराड़ को मांगपत्र कर 15 दिनों का प्री-नोटिस दिया गया था कि मैनेजमेंट द्वारा इन 15 दिनों में स्टाफ की भर्ती संबंधी पुख्ता इंतजाम किए जाएं। लेकिन बैंक प्रबंधन द्वारा अभी तक कोई कार्यवाई नहीं की गई। इस कारण मजबूर होकर कर्मचारियों द्वारा रोष स्वरूप सोमवार को जिला फरीदकोट की सहिकारी बैंक की सभी 24 शाखाओं व मुख्य कार्यालय में दो घंटे की कलमछोड़ हड़ताल की गई और कामकाज ठप रखा गया।
यूनियन नेताओं ने बताया कि बैंक का मौजूद स्टाफ बहुत ही बुरे हालातों में से गुजर रहा है और यदि मैनेजमेंट द्वारा अभी भी कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए तो 8 नवंबर को शाखा स्तर पर सभी कर्मचारियों द्वारा आधे दिन की हड़ताल की जाएगी और 12 नवंबर को जिला हेडक्वाटर पर पूरे दिन की हड़ताल की जाएगी।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि इसके बाद भी कर्मचारियों की मांगों को मंजूर नहीं किया गया तो संघर्ष को ओर तेज किया जाएगा।
यूनियन नेताओं ने बताया कि स्टाफ की कमी संबंधी फरीदकोट के अलावा ब¨ठडा, फिरोजपुर, फाजिल्का, श्री मुक्तसर साहिब, मोगा, मानसा, एसएएस नगर मोहाली, श्री अमृतसर साहिब, तरनतारन, गुरदासपुर, होशियारपुर व रूपनगर आदि जिला केंद्रीय सहिकारी बैंकों द्वारा भी समूह शाखाओं में 02 घंटे के लिए कलमछोड़ हड़ताल की गई।