स्वामी विवेकानंद का सपना था भारत को विश्व गुरु बनाना
जागरण संवाददाता, फरीदकोट श्री प्रेम संकीर्तन मंडल की तरफ से स्थानीय महात्मा गांधी मेमोरियल स्
जागरण संवाददाता, फरीदकोट
श्री प्रेम संकीर्तन मंडल की तरफ से स्थानीय महात्मा गांधी मेमोरियल स्कूल में एक शाम स्वामी विवेकानंद के नाम का आयोजन किया। स्टेज का संचालन करते हुए ऋषि शर्मा ने कहा कि भारत में भ्रष्टाचार, रिश्वत, जन्मभूमि के प्रति असम्मान की भावना घर कर गई है। स्वामी विवेकानंद जी के सपनों के भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए इन सब बातों से निजात पाना जरूरी है।
मुख्य मेहमान जसवीर गर्ग ने कहा कि स्वामी जी चाहते थे कि भारत विश्व गुरु बने और इसके लिए उन्होंने 150 साल पहले ही प्रयास शुरू कर दिए थे। विदेश के दौरे में जब उन्होंने वहां की अमीरी देखी और अपने भारतवासियों की गरीबी के बारे में सोचा तो उन्होंने मखमली गद्दों पर सोने से इंकार कर दिया। भारत लौट कर उन्होंने देश भर का भ्रमण किया और लोगों में उत्साह भरने में जुट गए। उन्होंने देशवासियों को नारा दिया कि जागो उठो और आगे बढ़ो जब तक कि तुम्हें मंजिल न मिल जाए। स्वामी जी ने लोगों से कहा था कि आप अपनी सोच बदलो, हम सभी में दिव्य शक्ति व बल है। कमजोर होना पाप है। यदि आप में आत्मविश्वास है तो दूनिया आपके कदम चूमेगी। सभी को भाई समझो,गरीबी की सेवा करो, सबमें परमात्मा की जोत है। उन्होंने कहा कि स्वामी जी के समय में भारत गुलाम था लेकिन आज हम आजाद है। ऐसे में स्वामी जी के सपन को साकार करने के लिए मेहनत करने की जरूरत है।
इस मौके पर सीता गर्ग,राधे श्याम ठाकुर, विनोद जसूजा, विकास शर्मा, विनोद गर्ग, हरीष चंद्र काली, मुकेश पुरी, राज कुमार यादव, दीवान चंद जसूजा आदि भी हाजिर हुए। कार्यक्रम के अंत में हरी चंद अरोड़ा ने सभी का आभार जताया।