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टी¨चग प्रेक्ट्रिस की अवधि बढ़ाने पर भड़के डायट शिक्षार्थी

इस मौके पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए पंजाब स्टूडेंट्स यूनिनय की जिला प्रेस सचिव सुखप्रीत कौर व जिला नेता जगदीप ¨सह ने कहा कि पंजाब सरकार को पहले सरकारी स्कूलों में एसएसए-रमसा के अधीन भर्ती किए अध्यापकों के वेतन में 65 से 75 फीसदी कटौती की गई है, जिसके कारण करीब

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Nov 2018 05:29 PM (IST)Updated: Sat, 17 Nov 2018 05:29 PM (IST)
टी¨चग प्रेक्ट्रिस की अवधि बढ़ाने पर भड़के डायट शिक्षार्थी
टी¨चग प्रेक्ट्रिस की अवधि बढ़ाने पर भड़के डायट शिक्षार्थी

जागरण संवाददाता, फरीदकोट

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पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन द्वारा पंजाब सरकार व शिक्षा विभाग के फैसले जिला शिक्षा व सिखलाई संस्था (डाइट) के विद्यार्थियों की स्कूलों में जरूरत से ज्यादा टी¨चग प्रेक्टिस बढ़ाने, के विरुद्ध शहर में रोष मार्च निकाला गया।

विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन की जिला प्रेस सचिव सुखप्रीत कौर व जिला नेता जगदीप ¨सह ने कहा कि पंजाब सरकार को पहले सरकारी स्कूलों में एसएसए-रमसा के अधीन भर्ती किए अध्यापकों के वेतन में 65 से 75 फीसदी कटौती की गई है, जिसके कारण करीब 8800 अध्यापक संघर्ष का रास्ता अपनाने के लिए मजबूर हो चुके हैं और इन अध्यापकों की पूर्ति के लिए पंजाब सरकार ने पंजाब भर की डाइट के विद्यार्थियों की स्कूल में टी¨चग प्रेक्टिस 60 दिन से बढ़ा कर 120 दिन करने का आदेश जारी किया है। इसके पीछे सरकार का मुख्य उद्देश्य अध्यापकों की भर्ती न करने डाइट विद्यार्थियों से बिना किसी वेतन के काम लेना है ताकि स्कूलों में अध्यापकों की भर्ती करने की जरूरत महसूस ही न हो।

डाइट के विद्यार्थी नेता जगदीश ¨सह व जगजीत ¨सह ने कहा कि विद्यार्थियों को सरकार के इस फैसले का विरोध करना चाहिए और अधिक टी¨चग प्रेक्टिस का बायकॉट करके संघर्ष का रास्ता अपनाना चाहिए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि पंजाब सरकार ने अपना यह तानाशाही फैसला वापिस न लिया तो संघर्ष को ओर तीखा किया जाएगा।

इस मौके पर पीएसयू के नेता सागर ¨सह, विद्यार्थी नेता जगदेव ¨सह, सतनाम ¨सह, अन्नया, अविनाश व रुकमनी कौर आदि समेत भारी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।


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