विद्यार्थियों को संस्कृत की पुस्तकें बांटी
स्थानीय सरकारी बर¨जदरा कॉलेज में ¨प्रसिपल सतनाम ¨सह की अगुवाई में श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश उत्सव के उपलक्ष्य पर एक विशेष सेमीनार आयोजित किया गया। कार्यक्रम का प्रारम्भ ¨प्रसिपल सतनाम ¨सह व आए हुए अन्य अतिथियों के स्वागत सत्कार से किया गया।
जागरण संवाददाता, फरीदकोट
सरकारी बर¨जदरा कॉलेज में ¨प्रसिपल सतनाम ¨सह की अगुवाई में श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश उत्सव के उपलक्ष्य पर सेमिनार आयोजित किया गया।
संस्कृत विभाग के अधिकृत अधिकारी एवं अंग्रेजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. विपन पाल ¨सह ने हिन्दी विभाग के पूर्व प्रोफेसर व अंतरराष्ट्रीय साहित्य शिरोमणि डॉ. निर्मल कौशिक को मंच पर आमंत्रित किया। उन्होंने सभी को श्री गुरु नानक देव जी की जीवनी तथा उनके द्वारा किए गए समाजिक कार्यों के विषय में जानकारी दी।
अंतरराष्ट्रीय हिन्दी सेवा संस्थान, प्रयागराज से प्रदत्त अंतरराष्ट्रीय साहित्य शिरोमणि से सम्मानित डॉ. कौशिक द्वारा लिखित 27वीं पुस्तक जीवनोपयोगी श्रीमद्भागवतगीता का विमोचन भी किया गया। उसके बाद संस्कृत के शिक्षक सुदर्शन भट्टराई ने संस्कृत अध्ययन से होने वाले लाभ के विषय में बताया। ¨प्रसिपल सतनाम ¨सह ने कॉलेज में चल रहे अनौपचारिक संस्कृत केन्द्र के लिए राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान नई दिल्ली का धन्यवाद किया।
इस मौके पर अनौपचारिक संस्कृत केंद्र में सरकारी बीएड कॉलेज एवं सरकारी बर¨जदरा के छात्रों को कॉलेज ¨प्रसिपल सतनाम ¨सह, हिन्दी विभाग के पूर्व प्रोफेसर डॉ. निर्मल कौशिक, जियोग्रोफी विभाग के प्रोफेसर डॉ. पर¨मदर ¨सह जी, संस्कृत विभाग के अधिकृत अधिकारी प्रोफेसर विपन पाल ¨सह ने संस्कृत की पाठ्य पुस्तकें प्रदान की और डॉ. निर्मल कौशिक जी द्वारा लिखित जीवनोपयोगी श्रीमद्भागवतगीता सभी को प्रदान की गई। डॉ.पर¨मदर ¨सह जी ने सभी का आभार जताते हुए सभी को रक्तदान के लिए प्रेरित किया। समारोह में प्रो.रमा गुप्ता, प्रो.शालिनी गोयल, प्रो. परमजीत कौर एवं प्रो. सोनिका रानी आदि शामिल हुए।