34 वर्ष बाद भी 84 दंगे के आरोपितों को नहीं मिली सजा
पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन (पीएसयू) द्वारा 19
जागरण संवाददाता, फरीदकोट
पंजाब स्टूडेंट यूनियन (पीएसयू) की ओर से 1984 के दौरान हुए सिख कत्लेआम के मुख्य आरोपितों को सजा दिलाने की मांग को लेकर 3 नवंबर को जिले की समूह शिक्षक संस्थाओं में की जा रही हड़ताल को लेकर स्थानीय सरकारी बर¨जदरा कालेज में एक रैली आयोजित की गई।
जोनल प्रधान हरदीप कौर कोटला व जिला सचिव केशव आजाद ने बताया कि 1984 को जो सिख कत्लेआम हुआ, उसके पूरे 34 वर्ष बीत चुके हैं। उन्होंने बताया कि इस कत्लेआम के दौरान जब सत्ता में कांग्रेस की सरकार थी, सिर्फ दिल्ली में ही 3000 सिखों का कत्ल किया गया था। इसके मुख्य आरोपी जगदीश टाइटलर व सज्जन कुमार आदि के खिलाफ गवाह भी पेश हुए थे। लेकिन फिर वो उक्त आरोपी आजाद घूम रहे हैं।
पीएसयू के नेता साहिलदीप ¨सह, मनदीप कौर व सुखप्रीत कौर ने कहा कि उस समय यह कत्लेआम बहुत गिणती वर्ग की वोटें हासिल करने के लिए कहा गया। भाजपा सरकार भी अल्पसंख्यक वर्ग के खिलाफ जुल्म करने के लिए कई प्रकार की नीतियां बना रही है। 34 वर्ष बीत जीने के बावजूद भी सिख कत्लेआम के आरोपितों को अभी तक कोई सजा नहीं दी गई।
पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन नेताओं ने बताया कि सिख कत्लेआम के आरोपितों को सजा दिलाने की मांग को लेकर03 नवंबर शनिवार को जिले की समूह शिक्षक संस्थाओं में हड़ताल की जा रही है।