पांच अध्यापक नेताओं को सस्पेंड करने के विरोध में प्रदर्शन
पंजाब सरकार ने अध्यापक जत्थेबंदियों का संघर्ष दबाने की मंशा से एक दिन पहले एसएसए रमसा अध्यापक यूनियन के प्रांतीय प्रधान दीदार ¨सह मुदकी समेत पांच अध्यापकों नेताओं को सस्पेंड कर दिया है जिसके विरोध स्वरूप सांझा अध्यापक मोर्चा पंजाब के आहवान पर बुधवार को फरीदकोट जिले के अध्यापकों ने अन्य जत्थेबंदियों के साथ मिलकर मिनी सचिवालय में रोष धरना दिया
जागरण संवाददाता, फरीदकोट
पंजाब सरकार ने अध्यापक जत्थेबंदियों का संघर्ष दबाने की मंशा से मंगलवार को एसएसए रमसा अध्यापक यूनियन के प्रांतीय प्रधान दीदार ¨सह मुदकी समेत पांच अध्यापकों नेताओं को सस्पेंड कर दिया। इसके विरोध स्वरूप सांझा अध्यापक मोर्चा पंजाब के आहवान पर बुधवार को फरीदकोट जिले के अध्यापकों ने अन्य जत्थेबंदियों के साथ मिलकर मिनी सचिवालय में रोष धरना दिया। इस दौरान जत्थेबंदियों की तरफ से पंजाब सरकार का पुतला फूंक कर संघर्ष तेज करने की चेतावनी दी गई।
इस मौके पर एसएसए रमसा अध्यापक यूनियन के प्रांतीय प्रधान दीदार ¨सह मुदकी ने कहा कि पंजाब सरकार, शिक्षा मंत्री व शिक्षा सचिव जानबुझ कर राज्य में शिक्षा के माहौल को बिगाड़ने में लगे हुए हैं। उनके साथ चार अन्य अध्यापक नेताओं हरजीत जीदा, हरदीप टोडरपुर, भरत कुमार व हर¨वदर रखड़ा को सस्पेंड किया है। सरकार ने पांच अध्यापक नेताओं को ही सस्पेंड नहीं किया है बल्कि शिक्षा तंत्र में सुधार की मांग को लेकर संघर्षशील सांझा अध्यापक मोर्चा को दबाने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि 1 दिसंबर 2018 और 13 जनवरी 2019 को शिक्षा मंत्री ने अध्यापकों के साथ वादे किए और पंजाब में शिक्षा का माहौल कायम करने का आहवान किया लेकिन दूसरी तरफ अध्यापकों के दूर दराज के क्षेत्र में तबादले करके कई स्कूलों को खाली किया जा रहा है।
इस मौके पर अध्यापक नेता सुख¨जदर ¨सह सुक्खी, गगन पाहवा, प्रेम चावला, प्रीत भगवान, सुखदर्शन शर्मा समेत भाकियू के जसपाल ¨सह नंगल, खेत मजदूर नेता गुरपाल नंगल ने भी विचार रखे और सभी जत्थेबंदियों को एकजुटता के साथ सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का आहवान किया। लोकसभा चुनाव के दौरान सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों का डट कर विरोध करने की भी घोषणा की गई।
इस मौके पर संतेष भूंदड़, गुरमीत ¨सह, हरदीप ¨सह, कुलदीपइंद्र, सुनीता पाहवा, बल¨वदर कौर, प्रभजोत कौर, सुनीता, मनदीप कौर, गुरमीत कौर,सुमन चावला आदि भी हाजिर हुए।