स्वामी दयानंद जी के सिद्धातों पर चलने का आह्वान
स्थानीय आर्य समाज मंदिर के प्रांगण में विश्व कल्याण गायत्री महायज्ञ एवं वार्षिक महोत्सव का आयोजन किया गया। सुबह
संवाद सहयोगी,फरीदकोट
आर्य समाज मंदिर में विश्व कल्याण गायत्री महायज्ञ एवं वार्षिक महोत्सव का आयोजन किया गया। सुबह 8 बजे यज्ञ व सुश्री सुमेधा, डॉ. विशेष कोटकपूरा के भजन से कार्यक्रम का आगाज हुआ। समागम में पहुंचे विभिन्न वक्ताओं ने स्वामी दयानंद जी के विचारों व सिद्धातों पर चलने की प्रेरणा दी।
सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ. निर्मल कौशिक को उनकी उत्कुष्ट साहित्य सेवाओं के लिए विशेष तौर पर आर्य साहित्य सम्मान प्रदान किया गया। आर्य समाज प्रबंधक समिति द्वारा समारोह के मुख्य अतिथि सत्यप्रकाश उप्पल को सम्मानित किया गया। तत्पश्चात बिजनौर उत्तर प्रदेश से आए भीष्म आर्य ने अपने मधुर भजनों द्वारा सभी को मंत्रमुग्ध किया। उन्होंने वैदिक भजन प्रस्तुत कर सभी का मन जीता। समागम को सफल बनाने वाले सतीश शर्मा, ओम प्रकाश छाबड़ा, ललित बजाज, डा. देव राज कोटकपूरा, आचार्य महावीर शास्त्री, मदन मोहन देवगन, सुमन मलहोत्रा प्रधान आर्य समाज मोगा, मनोज आर्य फिरोजपुर व आर्य समाज फरीदकोट के पुरोहित पंडित कमलेश कुमार शास्त्री को सम्मानित किया गया। अंत में आर्य समाज मंत्री सतीश शर्मा ने सभी का समागम दौरान पहुंचने के लिए आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में आर्य समाज मोगा, आर्य समाज फिरोजपुर छावनी, आर्य समाज जैतो, आर्य समाज कोटकपूरा, आर्य समाज मानसा, आर्य समाज जीरा, वैदिक विप्र परिषद फरीदकोट, प्रेम संर्कीतन मण्डल फरीदकोट, दुर्गा सेवा दल फरीदकोट, लाल द्वारा मंदिर फरीदकोट का विशेष सहयोग रहा।