मरीजों व उनके परिजनों को लूट रहे हैं पार्किंग ठेकेदार
बाबा फरीद मेडिकल यूनिवर्सिटी के अंतर्गत चल रहे गुरू गो¨बद ¨सह मेडिकल कालेज अस्पताल की पार्किंग एक वर्ष के लिए ठेके पर दी गई है। अस्पताल में ठेकेदारों द्वारा मरीजों व उनके रिश्तेदारों की शरेआम लूट की जा रही है। मेडिकल सुपरिटेंडेंट व यूनिवर्सिटी अधिकारियों को लिखित शिकायत देने के बावजूद अभी तक किसी के खिलाफ कोई कार्यवाई नहीं की गई है।
संवाद सहयोगी, फरीदकोट
बाबा फरीद मेडिकल यूनिवर्सिटी के अंतर्गत चल रहे गुरु गो¨बद ¨सह मेडिकल कालेज अस्पताल की पार्किंग एक वर्ष के लिए ठेके पर दी गई है। अस्पताल में ठेकेदारों द्वारा मरीजों व उनके रिश्तेदारों की शरेआम लूट की जा रही है।
बाबा फरीद हेल्थ एंड साइंसयूनिवर्सिटी के अधीन चल रहे गुरु गो¨बद ¨सह मेडिकल कालेज अस्पताल की पार्किंग का ठेका 37 लाख रुपये में दिया गया है। ठेके की शर्तों के मुताबिक ठेकेदार साइकिल पार्किंग के 24 घंटों के लिए सिर्फ 5 रुपये ले सकता है। साथ ही मोटर साइकिल के 10 रुपये और कार व जीप के 20 रुपये, 24 घंटों के लिए ले सकता है। लेकिन पार्किंग के ठेकेदारों द्वारा यहां आने वाले मरीजों व उनके रिश्तेदारों की मजबूरी का नाजायज फायदा उठाया जा रहा है। मरीज या उनका कोई भी वारिस जितनी बार अस्पताल आता है, उनसे अलग-अलग चक्कर लगाने के पैसे लिए जा रहे हैं। ठेकेदारों द्वारा मोटर साइकिल के 10 रुपये की बजाए 20 रुपये और कार व जीप आदि के 20 रुपये की बजाए 40 रुपये वसूल किए जा रहे हैं। यूनिवर्सिटी की हिदायतों के मुताबिक 24 घंटों में एक ही पर्ची काटी जा सकती है। इसके लिए सुबह 8 बजे से अगले दिन के 8 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है। लेकिन ठेकेदार यूनिवर्सिटी की हिदायतों को मानने को तैयार नहीं है। गांव सैदेके निवासी अवतार ¨सह, सुबेग ¨सह, प्रितपाल ¨सह व विनोद कुमार ने बताया कि उन्होंने ठेकेदारों की इस धक्केशाही के खिलाफ यूनिवर्सिटी व मेडिकल सुपंिरटेंडेंट को लिखित शिकायत की है, लेकिन ठेकेदारों के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। ठेकेदारों की मनमानी का सबसे ज्यादा खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है, जिनको इलाज के लिए लंबा समय अस्पताल में ही रुकना पड़ता है। भाई कन्हैया कैंसर रोको सेवा सोसायटी के प्रधान गुरप्रीत ¨सह चंदबाजा व समाजसेवा गुरदित्त ¨सह सेखों ने कहा कि यदि मरीजों की लूट तुरंत बंद न हुई तो वह यूनिवर्सिटी व ठेकेदारों के खिलाफ संघर्ष करने के लिए मजबूर होंगे। इनसेट
जांच की दी गई हिदायत : रजिस्ट्रार
यूनिवर्सिटी रजिस्ट्रार डॉ. अर¨वद शर्मा का कहना है कि इस मामले की जांच के लिए मेडिकल सुपरिटेंडेंट को हिदायत दी गई है, क्योंकि इन सभी प्रबंधों की जिम्मेदारी मेडिकल सुपरिंटेंडेंट की है। इनसेट
यूनिवर्सिटी की हिदायत पर ली जा रही पार्किग : ठेकेदार
पार्किंग ठेकेदारों ने दावा किया है कि वो यूनिवर्सिटी की हिदायतों के मुताबिक ही मरीजों व उनके वारिसों से पार्किंग के पैसे ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी मरीज के साथ दुर्व्यवहार नहीं किया जाता।