नई सोच नई ¨जदगी ने बदली शहर की फिजा
ज¨तदर कुमार, कोटकपूरा वर्ष 2016 में अस्तित्व में आई नई सोच नई ¨जदगी वेलफेयर सोसायटी द्वारा
ज¨तदर कुमार, कोटकपूरा
वर्ष 2016 में अस्तित्व में आई नई सोच नई ¨जदगी वेलफेयर सोसायटी द्वारा शहरवासियों के सहयोग से शहर को सुंदर बनाने के लिए किए जा रहे प्रयास अब दिखाई देने लगे हैं। सोसायटी के सदस्यों की मेहनत और लोगों का सहयोग से शहर के वह भाग जिनकी ओर कभी किसी ने ध्यान नहीं दिया उनकी अब नुहार बदल चुकी है।
नई सोच नई ¨जदगी वेलफेयर सोसायटी 2016 में आस्तित्व में आई और सबसे पहला कार्य सोसायटी द्वारा गरीब बच्चों को निशुल्क ट्यूशन पढ़ाने का किया गया। इसके पश्चात सोसायटी के पदाधिकारियों एवं सदस्यों द्वारा हरियाली लाने के क्षेत्र में कदम बढ़ाने की ठानी गई और इसी के तहत सोसायटी द्वारा स्थानीय नई अनाज मंडी में बने चौंक को अपना गया। इस दौरान सोसायटी द्वारा जहां चौंक का सौंदर्यीकरण किया गया साथ ही इसमें अनेकों प्रकार के पौधे लगाए गए। जिसके चलते यह चौक बहुत ही सुंदर बनाने के साथ-साथ लोगों के लिए आकर्षण का केन्द्र भी बना। सोसायटी द्वारा शहर में विभिन्न स्थानों पर लगभग 250 जामुन के पौधे लगाए गए और इनकी देखभाल भी की गई। जिनमें से लगभग 200 पौधे अब सही सलामत है और बड़े हो चुके हैं।
सोसायटी द्वारा इस वर्ष 26 जनवरी मनाने के समय राम बाग प्रोजेक्ट की घोषणा की गई। यह प्रोजेक्ट बड़ा इसलिए भी था कि राम बाग को जाने वाले इस सड़क की हालत बहुत दयनीय थी और रेलवे के अधिकार क्षेत्र में आने के कारण कभी भी किसी विभाग अथवा राजनीतिक लोगों के पास शहरवासियों द्वारा पहुंच बनाए जाने के बावजूद इसका निमरण नहीं हो पाया था। सोसायटी द्वारा इस प्रोजेक्ट को न सिर्फ शुरू किया गया। बल्कि लगभग अब यह पूरा हो चुका है। इसके तहत इस सड़क पर इंटरलॉ¨कग टाइल्स बिछाई जा चुकी है तथा इसके दोनों ओर छायादार पौधों का रोपण किया जा चुका है। लोगों के बैठने के लिए बैंच भी लगवाए गए हैं। इसके साथ ही रामबाग में पड़ी खाली जगह में भी पार्क व पार्किग बनाई जा रही है। इसके अतिरिक्त संस्था के उपक्रम के चलते जो बड़ा कार्य हुए वह शहर भर के विभिन्न क्षेत्रों में लगाए गए 300 पौधे हैं। इनसेट
शहरवासियों के सहयोग से पूरा हुआ काम : जय प्रकाश
सोसायटी के सरपरस्त जय प्रकाश शर्मा, चेयरमैन दीदार ¨सह व अध्यक्ष नरेश बाबा ने बताया कि इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए शहरवासियों ने आर्थिक तौर पर भी उनकी सहायता की और सोसायटी के पदाधिकारी सचिन गोयल, निशांत बांसल, सदस्यों, मुकेश मित्तल, प्रदीप मित्तल, पवन प्रभु प्रेमी, पंकज भारती, अनिल मोरे, हिम्मत विश्वास सहित अन्य की मेहनत से इस प्रोजेक्ट को शीघ्र ही पूरा कर दिया जाएगा।