गंदे नाले की नहीं हुई सफाई, दावे हवा-हवाई
गंदे पानी का नाला जगह-जगह से टूट चुका है और लंबे समय से नगर कौंसिल द्वारा उक्त नाले की सफाई नहीं करवाई गई। जिसके कारण लोगों को बारिश के मौसम में पानी निकासी की समस्या से जूझना पड़ता है। नाले में प्लास्टिक, कूड़ा, खाली बोतलें आदि के ढेर लग चुके हैं। यह शहर के बीच में एक छप्पड़ की तरह लग रहा है।
संवाद सहयोगी, फरीदकोट : शहर के गंदे पानी का नाला जगह-जगह से टूट चुका है और लंबे समय से नगर कौंसिल द्वारा उक्त नाले की सफाई नहीं करवाई गई। जिसके कारण लोगों को बारिश के मौसम में पानी निकासी की समस्या से जूझना पड़ता है। नाले में प्लास्टिक, कूड़ा, खाली बोतलें आदि के ढेर लग चुके हैं। यह शहर के बीच में एक छप्पड़ की तरह लग रहा है। लोगों में रोष है कि बार बार शिकायत करने पर भी नगर कौंसिल नाले की सफाई नहीं करवा रही। इस मामले में शहर निवासी विक्की , गगन बांसल, राकेश कुमार ने कहा कि ऐसा लगता है कि नाले की कभी सफाई ही नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि बारिश के दिनों में यह गंदा नाला पूरी तरह से भर जाता है और इसका गंदा पानी घरों में आ जाता है। शहर में आने-जाने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों को भी परेशानी आती है। लेकिन प्रशासन इस तरफ जरा भी ध्यान नहीं दे रहा। पंप के पास तो नाले की दीवार भी टूटी हुई है जिसके कारण रात को अक्सर वाहन चालक नाले में गिर जाते है। उन्होंने कहा कि रोजाना कई अफसर यहां से गुजरते है। लेकिन किसी भी अधिकारी का ध्यान नहीं जाता। कई बार ऐसा लगता है कि कागजों में इस नाले की साफ-सफाई हो चुकी है । शहरवासियों ने मांग की है कि इस नाले का नए सिरे से निर्माण करवाया जाना चाहिए। इस मामले में नगर कौंसिल के सैनेटरी इंस्पेक्टर हर¨वदर ¨सह भुल्लर ने कहा कि पहले बाबा फरीद का मेला चल रहा था और फिर उसके बाद तीन दिन लगातार बरसात होती रही जिसकी वजह से हमें मजदूर नहीं मिल पाए थे। एक दो दिन में ही नाले की पूरी तरह से सफाई करवाई जाएगी।
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