शक की सुई अपनों के ही ईर्द-गिर्द..
गांव दीप सिंह वाला में किसान का सिर काटकर ले जाने वाली घटना के दूसरे दिन भी पुलिस को कोई सुराग नह ींमिला.
संवाद सूत्र, सादिक
गांव दीप सिंह वाला में किसान का सिर काटकर ले जाने वाली घटना के दूसरे दिन रविवार को भी न तो हत्यारे का पता लग पाया और न ही मृतक का कटा हुआ सिर बरामद हो पाया। घटना की जांच कर रही पुलिस कई एंगलों से मामले को देखते हुए जांच को आगे बढ़ा रही है। इसमें जमीन विवाद, नशा तस्करी, निजी रंजिश व 40 साल पहले मृतक द्वारा गांव में की गई हत्या भी शामिल है।
मृतक हरपाल सिंह किसी समय में 90 एकड़ जमीन का मालिक था, परंतु अब वह मात्र 25 एकड़ जमीन का ही मालिक है। उसने अपनी सारी जमीन ठेके पर दे रखी थी। उसका बेटा पिप्पल सिंह नशे का आदी था और 2012 में उसपर हेरोइन तस्करी का मामला थाना गुरुहरसहाए में दर्ज हुआ था। अब पिप्पल सिंह जमीन ठेके पर देने की जगह खुद खेती करना चाह रहा था, बेटे की लत को देखते अक्सर पिता-पुत्र में विवाद उत्पन्न होता रहता था। 40 साल पहले हरपाल सिंह ने गांव के ही एक व्यक्ति की मामूली विवाद में हत्या कर दी थी। इस मामले में वह 15 साल जेल की सजा भी काटकर आया था, हालांकि उक्त परिवार के साथ बताया जा रहा है कि वर्तमान समय में कोई तनाव न होकर सामान्य संबंध थे।
अब तक की जांच में पुलिस की डागस्कवाइड टीम के कुत्ते जहां तक गए थे, उन स्थलों के आसपास पुलिस की टीम कटे हुए सिर को तलाश रही है, परंतु उसे कामयाबी नहीं मिली है। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि कटे सिर को या तो राजस्थान नहर में फेंक दिया गया होगा या फिर उसे जमीन के नीचे गाड़ दिया गया होगा। घटना स्थल परह घर के पिटबाल कुत्ते के बेहोशी हालत में मिलने को देखते हुए पुलिस की शक की सुई मृतक के अपनों के बीच ही घूम रही है। जिस प्रकार से शव रात्रि को कमरे से बाहर मिला और घर के चौबारे में उसकी हत्या की गई, इससे साफ है कि वह किसी ऐसे आदमी से मिलने के लिए रात्रि में घर से बाहर आया था, जिसे वह जानता था। इसी प्रकार से बुलडाग जो बेहोशी की हालत में मिला, उसे बेहोश करने वाली वस्तु उसी व्यक्ति ने दी जिसे कुत्ता जानता था। यह सभी स्थितियां घटना में शामिल मृतक के किसी अपने की ओर ही इशारा कर रही है। पुलिस द्वारा इस मामले में अब तक नौकर समेत तीन लोगों को पूछताछ के उठाया गया है। मृतक की बहू व पत्नी से भी पुलिस पूछताझ कर रही है। सादिक पुलिस मामले का खुलासा करने के लिए कई एंगलों से जांच कर रही है। इसमें सीआइए स्टाफ के साथ पुलिस की टेक्निकल टीम भी मदद कर रही है। पुलिस मृतक के मोबाइल की भी जांच कर ही है। ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही है कि रात्रि में सोते समय किसी का फोन आने के बाद ही हरपाल सिंह कमरे से बाहर निकला था। इनसेट
मामले का जल्द होगा खुलासा : डीएसपी
मुकदमें की जांच कर रहे थाना प्रभारी मुख्तियार सिंह व डीएसपी फरीदकोट सतविदर सिंह विर्क ने बताया कि ऐसे किसी एक सुराग के आधार पर ऐसे मामलों की जांच संभव नही होती। ऐसे में पुलिस कई एंगलों पर काम कर रही है, आशा है कि जल्द ही मामले का खुलासा हो जाएगा।