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बाबा फरीद यूनिवर्सिटी को तीन नए ग‌र्ल्स हास्टलों की मंजूरी

केंद्रीय सामाजिक न्याय व सशक्तिकरण मंत्रालय ने राज्य की एकमात्र पब्लिक सेक्टर से सम्बंधित बाबा फरीद मेडिकल यूनिवर्सिटी को तीन नए ग‌र्ल्स हास्टल बनाने की मंजूरी प्रदान की है। यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ.राज बहादुर ने बताया कि यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा कुल तीन प्रोजेक्ट हास्टलों की मंजूरी मांगी गई थी।

By JagranEdited By: Published: Fri, 08 Feb 2019 05:40 PM (IST)Updated: Fri, 08 Feb 2019 05:40 PM (IST)
बाबा फरीद यूनिवर्सिटी को तीन नए ग‌र्ल्स हास्टलों की मंजूरी
बाबा फरीद यूनिवर्सिटी को तीन नए ग‌र्ल्स हास्टलों की मंजूरी

जागरण संवाददाता, फरीदकोट

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केंद्रीय सामाजिक न्याय व सशक्तिकरण मंत्रालय ने राज्य की एकमात्र पब्लिक सेक्टर से संबंधित बाबा फरीद मेडिकल यूनिवर्सिटी को तीन नए ग‌र्ल्स हास्टल बनाने की मंजूरी प्रदान की है। यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. राज बहादुर ने बताया कि यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा कुल तीन प्रोजेक्ट हास्टलों की मंजूरी मांगी गई थी। इनमें से यूनिवर्सिटी नर्सिंग कॉलेज फरीदकोट और इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग कॉलेज, गोइंदवाल साहिब के लिए एक-एक लड़कियों के हॉस्टल की दो महीने पहले ही मंजूरी मिल चुकी थी और उनके निर्माण के लिए जरुरी फंड भी यूनिवर्सिटी को प्राप्त हो चुके हैं।

वीसी डॉ. राज बहादुर ने कहा कि केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री विजय सांपला ने बाकी रहते गुरु गो¨बद ¨सह मेडिकल कालेज फरीदकोट के हॉस्टल की भी मंजूरी दे दी है। यह हॉस्टल एमबीबीएस की ग‌र्ल्स छात्राओं के लिए बनाया जाना है। इस तरह यूनिवर्सिटी के इन तीन हास्टलों में कुल मिला कर नर्सिंग और मेडिकल शिक्षा की 250 से 300 छात्राएं रह सकेंगी।

उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी द्वारा 9 से 12 माह के अंदर सभी हास्टलों के निर्माण को पूरा करने के लिए कोशिश की जाएगी जिससे 2020 के नए सेशन में यूनिवर्सिटी अपने हास्टलों में छात्राओं के रहने का प्रबंध कर सके। इन सभी हॉस्टलों पर कुल लागत लगभग 9 करोड़ रुपए आएगी और इस संबंधित यूनिवर्सिटी के निर्माण ¨वग को इनके निर्माण के लिए जल्द से जल्द टेंडर करने और इन प्रोजेक्टों को तेजी के साथ पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। इन हॉस्टलों की उपलब्धता के साथ दूर दराज स्थानों से दाखिला लेने वाली छात्राओं को संबंधित कॉलेजों के बाहर रहने की जरूरत नहीं होगी बल्कि अब वह यूनिवर्सिटी की एक सुरक्षित ईमारत में रहते हुए अपनी पढ़ाई कर सकेगी।


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