ग्रीन दीवाली मनाने का किया आह्वान
डिप्टी कमिश्नर राजीव पराशर ने जिले के नागरिकों को ग्रीन दीवाली मनाने का आह्वान करते हुए अपील की कि आवाज व वातावरण प्रदूषण से बचने के लिए पटाखे चलाने की जगह पौधे लगा कर व अन्य समाजसेवी कार्य करके दीवाली के पवित्र त्यौहार को मनाया जाए ताकि आपसी सछ्वावना पर खुशी वाला माहौल कायम किया जा सके।
जागरण संवाददाता, फरीदकोट
डिप्टी कमिश्नर राजीव पराशर ने जिले के नागरिकों को ग्रीन दीवाली मनाने का आह्वान करते हुए अपील की कि आवाज व वातावरण प्रदूषण से बचने के लिए पटाखे चलाने की जगह पौधे लगा कर व अन्य समाजसेवी कार्य करके दीवाली मनाया जाए ताकि आपसी सद्भावना पर खुशी वाला माहौल कायम किया जा सके।
ग्रीन दीवाली मनाने संबंधी प्रबंधकीय कांप्लेक्स के अशोका चक्कर हाल में विभिन्न स्कूलों-कालेजों के मुखियों व विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ की गई बैठक की प्रधानगी करते हुए डीसी राजीव पराशर ने बताया कि माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा दीवाली वाले दिन पटाखे चलाने का समय रात 8 से रात 10 बजे तक का तय किया गया है और इन आदेशों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित किए गए स्थानों पर ही पटाखे बेचे व स्टोर किए जा सकेंगे। उन्होंने एसडीएमज को आदेश दिए कि वो जिले के विभिन्न शहरों में पटाखे बेचने व स्टोर करने के लिए खुली जगहों की ही शिनाख्त करें। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी व विभिन्न स्कूलों-कालेजों के मुखियों को कहा कि अधिक से अधिक विद्यार्थियों को ग्रीन दीवाली मनाने संबंधी जागरूक करने के लिए भाषण प्रतियोगता, सभ्याचारक प्रोग्राम, पे¨टग मुकाबले, रैलियां व मार्च निकालने के अलावा अन्य जागरूकता प्रोग्राम करवाए जाएं।
उन्होंने अच्छी सोच वाले किसानों द्वारा धान की पराली को आग न लगाने की प्रशंसा करते हुए कहा कि ओर भी किसान उनसे प्रेरणा लेकर पराली को आग लगाने की बजाए खेतों में ही जोत को पहल दें। क्योंकि ऐसा करने से जहां जमीन की उपजाओ शक्ति में बढ़ोत्तरी होगी वहीं फसलों में खाद व कीटनाशक दवाइयों का भी कम जरूरत पड़ेगी। उन्होंने कहा कि अध्यापकों को स्कूलों-कालेजों के विद्यार्थियों को भी पराली को आग लगाने के बुरे प्रभावों संबंधी जागरूक करें ताकि वो अपने घरों व अन्य किसान परिवारों को इस संबंधी जागरूक कर सकें।
बैठक में एसडीएम जैतो अमनजोत कौर, उप जिला शिक्षा अधिकारी (सेकेंडरी) प्रदीप दियोड़ा, ¨प्रसिपल सेवा ¨सह चावला के अलावा विभिन्न स्कूलों-कालेजों के मुखी व विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।