कापी--संगरूर की जसप्रीत कौर ने जीता धी पंजाब दी खिताब
नेशनल यूथ वेल्फेयर क्लब द्वारा 1
जागरण संवाददाता, फरीदकोट
नेशनल यूथ वेलफेयर क्लब द्वारा 18वां राज्य स्तरीय सभ्याचारक मुकाबला धी पंजाब दी रविवार रात स्थानीय गुरु गो¨बद ¨सह मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में करवाया गया। समारोह के मुख्य मेहमान डिप्टी कमिश्नर राजीव पराशर थे।
समारोह का उद्घाटन सहायक डायरेक्टर युवक सेवाएं विभाग जगजीत ¨सह चाहल ने किया। समारोह की प्रधानगी चेयरमैन दशहरा कमेटी अशोक सच्चर, ¨प्रसिपल मेजर अजायब ¨सह कान्वेंट स्कूल जीवन वाला डॉ. एसएस बराड़, प्रधान स्वराज पार्टी र¨वदरपाल कौर, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता न¨रदरपाल ¨सह ¨नदा व मीत प्रधान नगर कौंसिल शरनजीत कौर द्वारा संयुक्त रूप में की गई। समारोह में डीपीआरओ अमरीक ¨सह, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सु¨रदर गुप्ता व ¨प्रसिपल सेवा ¨सह चावला ने विशेष मेहमान के रूप में शिरकत की। इस धी पंजाब दी मुकाबले में गांव खडियाल (जिला संगरूर) की जसप्रीत कौर ढींडसा ने पहला स्थान प्राप्त किया। उसे सोने की सग्गी, सोने का कोका, फुलकारी, यादगारी चिन्ह, प्रमाण पत्र व धी पंजाब दी खिताब से सम्मानित किया गया। दूसरा स्थान हासिल करने वाली गांव कुलरिया (जिला मानसा) की हरप्रीत कौर सोने का टीका, सोने का कोका, फुलकारी, यादगारी चिन्ह व प्रमाण पत्र और तीसरा स्थान प्राप्त करने वाली मोगा की संदलप्रीत कौर को सोने की जुगनी, सोने का कोका, फुलकारी, यादगारी चिन्ह व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। मुकाबले की बाकी 15 भागीदार बेटियों को सोने का कोका, यादगारी चिन्ह व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। समारोह में जज की भूमिका शायर सुनील चंदियाणवी, मुख्य अध्यापक पर¨मदर कौर चाहल व लोक गायक-संगीतकार कुल¨वदर कंवल ने निभाई।
समारोह की शुरूआत प्रेसटाइन वाइब स्कूल कोटकपूरा के संगीत अध्यापक प्रसाद दास ने शिव वंदना कथक डांस से की। इसके उपरांत पंजाब भर से पहुंची 18 मुटियारों ने पहरावा प्रदर्शनी, गिद्धा, सवाल-जवाब व व्यक्तिगत डांस के चार राउंड में अपनी कला के जौहर दिखाए। समारोह के दौरान पंजाबी गायकी में बेटियों सिमरता-रमणीक ने करीब आधा घंटा अपनी मीठी आवाज से सभी दर्शकों का मनोरंजन किया। कमेडी कलाकार गुरप्रीत भट्टी-अर्शदीप मोगा ने हास्यरस प्रोग्राम पेश करके सभी की वाहवाही लूटी। इसी दौरान पंजाब के हरमन प्यारे लोक गायक सुरजीत भुल्लर ने ओह वी तेरे बंदे दातिया से अपने प्रोग्राम की शुरूआत की। उन्होंने अपने सुपरहिट गीत मित्तरां दा रंग, मार भाग सियां गेड़ा, न्यूयार्क, ब¨ठडा बीकेनेर हो गया, फि¨लग व बुल्लियां से दर्शकों को बार बार झूमने के लिए मजबूर किया। भाई जसवंत ¨सह बराड़ (श्री मुक्तसर साहिब) की याद में लोक गायक सुरजीत भुल्लर को रूह-ए-पंजाब पुरस्कार से नवाजा गया। पंजाबी गीतकारी में अपने अलग से पहचान बनाने वाले गीतकार कंडियारा को सम्मानित किया गया।
समारोह के दौरान चेयरमैन बाबा बंदा बहादर नर्सिंग कालेज पुनीत इंद्र बावा, जगमोहन ¨सह ठेकेदार, लोक गायक ह¨रदर संधू, डॉ. मनजीत ¨सह ढिल्लों, बीडीपीओ सरबजीत ¨सह बराड़, रणजीत ¨सह भोलूवाला, दलजीत ¨सह ढिल्लों, गुलाबी ¨सह, हर¨वदर ¨सह संधू, बल¨जदर ¨सह औलख, रणजीत ¨सह घुमाण, गुरचरन ¨सह गिल, शिव कुमार सचदेवा व न¨रदरपाल ¨सह पटेल आदि भी उपस्थित थे। मंच संचालन सन्नीरुध सन्नी, जस¨वदरपाल मिन्टू व जसबीर ¨सह जस्सी ने किया।
प्रोग्राम को सफल बनाने में राजेश कुमार राजू, अशोक कुमार विक्की बालीवुड स्टूडीयो कोटकपूरा, अमनदीप लक्की, सुरजीत गिल, सुनील वाट्स, गोपाल ¨सह, खुश¨वदर हैपी, सुख¨वदर सुखा, भु¨पदरपाल ¨सह, योगेश कुमार, प्रवीन काला, पाल ¨सह संधू, हरजीत ¨सह, नायब ¨सह पुरबा, गुरमेल ¨सह जस्सल, स्वर्ण ¨सह भोला, तेजा जौड़ा, सुखपाल ¨सह ढिल्लों, अमरजीत ¨सह सेखो, हर¨मदर ¨सह ¨मदा, राजन नागपाल और मास्टर गुरमेल ¨सह ने अहम योगदान दिया।