मुख्यमंत्री बनने के बाद चरणजीत सिंह चन्नी का कोटकपूरा का पहला दौरा
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी आज कोटकपूरा आ रहे हैं।
जागरण टीम, कोटकपूरा, फरीदकोट
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी मंगलवार 30 नवंबर को कोटकपूरा में होने वाली रैली को सफल बनाने के लिए जिलाध्यक्ष अजयपाल सिंह संधू के नेतृत्व में कोटकपूरा और जैतो के कांग्रेसी जुटे हुए हैं। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का कोटकपूरा में यह पहला दौरा होगा।
जिला कांग्रेस कमेटी के विभिन्न पदाधिकारियों, संगठन के फ्रंट नेताओं विभिन्न विगों के अधिकारियों, ब्लॉक और नगर कौंसिल के अध्यक्षों, पार्षदों, सरपंचों और पंचों को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। कांग्रेस जिलाध्यक्ष अजयपाल सिंह संधू ने बताया कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की इस रैली को ऐतिहासिक बनाने के लिए कांग्रेस का हर कार्यकर्ता अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है। रैली को लेकर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी जुटे हुए हैं। रैली स्थल के आसपास सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए जा रहे हैं। ---------------- विधायक संधवा ने पूछे सवाल
संवाद सूत्र, कोटकपूरा
कोटकपूरा पहुंच रहे मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से विधायक कुलतार सिंह संधवा ने जवाब मांगे हैं।
संधवा ने कहा कि कोटकपूरा गोलीकांड के अपराधी करीब सात साल बाद भी क्यों खुलेआम घूम रहे हैं। मुख्यमंत्री चन्नी को उसी चौराहे पर पहुंचकर अब तक न्याय नहीं दे पाने के लिए माफी मांगनी चाहिए। कोटकपूरा के विभिन्न हिस्सों में सीवरेज की अनुचित व्यवस्था और नलों में आने वाले सीवरेज के पानी व गलियों में बदबूदार पानी से लोग परेशान हैं। शहर में सीवरेज व स्ट्रीट ड्रेनेज का काम पूरा क्यों नहीं हुआ।
संधवा ने पूछा कि कांग्रेस जो सभी कच्चे कर्मचारियों को स्थायी करने का वादा कर सत्ता में आई है, वह स्थायी कर्मचारियों को बनाने के लिए विज्ञापनों पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। संघर्षरत ठेका कर्मचारी, बिजली कर्मचारी, कच्चे शिक्षक, फैकल्टी प्रोफेसरों, रोडवेज वर्कर्स, आउटसोर्सिंग वर्कर्स, डीसी ऑफिस वर्कर्स, आशा वर्कर्स, मेधावी टीचर्स, हेल्थ डिपार्टमेंट वर्कर्स, मनरेगा वर्कर्स, पंचायत सचिवों, आंगनवाड़ी वर्कर्स को रेगुलर क्यों नहीं कर रही।
संधवा ने कहा कि दिल्ली से शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर सेवाएं देने का दावा करने वाले कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री चन्नी साहिब कोटकपूरा के शहीद भगत सिंह सरकारी कालेज की बदहाली को भी सामने लाया जाए, सरकारी बृजेंद्रा कालेज में बीएससी एग्रीकल्चर का कोर्स भी बहाल किया जाए।