आवासीय क्षेत्रों में फैली गंदगी से लोग परेशान
शहर जहां एक तरफ ट्रैफिक की समस्या से जूझ रहा है।
देवानंद शर्मा, फरीदकोट :
शहर जहां एक तरफ ट्रैफिक की समस्या से जूझ रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ शहर में गंदगी और पशुओं की समस्या ने लोगों का जीना मुश्किल किया हुआ है। कई इलाके ऐसे हैं, जहां घरों के पास कूड़े के ढ़ेर लगे हुए हैं और दूसरी तरफ गलियों में घूमते पशु किसी भी वक्त बड़े हादसे को बुलावा दे सकते हैं। कूड़ा भी शहर के लिए एक बड़ी समस्या बन गया है।
लोगों ने बताया कि घरों के पास कूड़े के ढेर लगे होने के कारण हमारा जीना मुश्किल हो गया है। गंदगी के कारण सांस लेने में भी दिक्कत होती है। दूसरी तरफ सीवरेज की समस्या के कारण पीने वाले पानी भी पीने लायक नहीं रहा। उन्होंने कहा कि कई बार हम लोग प्रशासनिक अधिकारियों को बता चुके हैं, लेकिन आज तक हमारी समस्या का हल नहीं हुआ।
नालियों में पानी भरा पड़ा है, तो अनेक जगह गंदगी के ढेर दिखाई पड़ते हैं। जहां नई पानी और सीवरेज की पाइप लाइन डाली हैं, वहां पर और भी बुरा हाल है, इस कारण कई बार दुर्घटना भी हो जाती है।
सीनियर एडवोकेट मंगत अरोड़ा ने कहा कि नगर कौंसिल की तरफ से सिर्फ खानापूर्ति की जाती है, और लेकिन शहर में साफ सफाई का ध्यान नहीं दिया जाता। कुछ जगहों पर ही साफ सफाई कर कर केवल खानापूर्ति कर चले जाते हैं लेकिन वही सुबह ही पूरे गंदगी के ढेर लगे होते हैं वहां से गुजरना भी मुश्किल हो जाता है।
शहर के ऐसे हालात है प्रशासन केवल दफ्तरों में ही बैठक कर अपने जिम्मेदारी निभाता है और ग्रांउड पर बिलकुल काम नही है। इनसेट
कूड़ा फेंकने की जगह नहीं : ईओ
नगर कौंसिल ईओ अमृत लाल ने कहा कि कूड़ा बाहर फेंकने की कोई जगह नहीं है। जहां पर जगह मिली है वहां पर कुछ लोग विरोध कर रहे हैं। सफाई मुलाजिम भी हमारे हड़ताल पर हैं, क्योंकि पिछले दिन ही जहां पर डंप बना था, वहां पर जब कूड़ा फेंकने जा रहे थे, तो वहां से उनकी ट्राली पलट गई और एक व्यक्ति के ऊपर से ट्राली चढ़ गई और वह जख्मी हो गया। मुलाजिमों का कहना है कि कूड़ा फेंकने की सही जगह मिलेगी तभी हम काम करेगें, जहां पर कोटकपूरा रोड पर कूडा फेंका जाता है, वहां पर बहुत ढ़ेर लग गया है और वहीं जो हमें बीड चहल के पास जगह मिली, वहां लोग हमें कूड़ा फेंकने नहीं देते।