एसएसपी दफ्तर के समक्ष बने पार्क की हालत खस्ता
बेसहारा पशुओं की जद में जिले का सबसे सुरक्षित व संवेदनशील हिस्सा एसएसपी दफ्तर है।
संवाद सहयोगी,फरीदकोट
बेसहारा पशुओं की जद में जिले का सबसे सुरक्षित व संवेदनशील हिस्सा मिनी सचिवालय आ गया है। जो अधिकारी व समाजसेवी संगठन फरीदकोट शहर को पशुओं से मुक्त होने का दावा कर रहे थे, उनके लिए एसएसपी दफ्तर के समक्ष चौक रूपी बने पार्क में सच्चाई बयां करने के लिए काफी हैं।
मिनी सचिवालय परिसर की सुरक्षा की पोल भी यह पशु खोल रहे हैं। कार्यअवधि के दौरान सचिवालय के सभी गेटो पर स्टैंड ठेकेदार के कर्मचारी मुस्तैदी से खड़े रहते है, जबकि उसके बाद मुख्य गेट को छोड़कर दूसरे गेट बंद कर दिए जाते हैं। वहां बेसहारा पशु पहुंच सकते हैं तो शरारती तत्वों के पहुंचने की आशंका से मना नहीं किया जा सकता, मिनी सचिवालय की सुरक्षा भेद कर पशुओं का जिला पुलिस मुख्यालय के समक्ष पार्क में घुसना चिताजनक है। वह भी तब जबकि मुख्यालय में चौबीसों घंटे पुलिस के जवान सुरक्षा में तैनात रहते हैं।
पूर्व डिप्टी कमिश्नर राजू द्वारा बनवाए गए पार्क की हालत देखकर तरस आ रही है। इस परिसर में जिले के सभी आला अधिकारी बैठते हैं जो कि जिले के लोगों के स्वच्छता का पाठ पठाते हैं परंतु खुद के पार्क की यह हालत बेहद खस्ता है। हालांकि ऐसा बिल्कुल नहीं है कि मिनीसचिवलय परिसर के सभी पार्को की यह हालत है, डिप्टी कमिश्नर दफ्तर के समक्ष का पार्क पूरी तरह से दुरूस्त किया गया है परंतु परिसर के सबसे बड़े पार्क को दुरूस्त न किए जाने से आम लोगों को परेशानी हो रही है क्योंकि यहां काम के लिए आने वाले ज्यादातर लोग पार्क में बैठ समय बिताते थे।
पूर्व पार्षद अमन कूमार व पार्षद विकास कुमार विक्की ने कहा कि सचिवालय के हालात से स्पष्ट होता है कि जिले में प्रशासन नाम की कोई चीज नहीं है। उक्त लोगों ने आरोप लगाया कि जब इस पार्क की यह हालत है तो दूसरे पार्को की क्या हालात होगी, इससे देखकर सहजता से अंदाजा लगाया जा सकता है।