23 कैंसर पीड़ितों को दी 23.70 लाख की सहायता : डीसी
पंजाब सरकार की मुख्यमंत्री पंजाब कैंसर राहत कोष स्कीम के अंतर्गत जनवरी, 2018 से अब तक जिले के 23 व्यक्तियों को कैंसर जैसी नामुराद बीमारी का इलाज कराने के लिए 23 लाख 70 हजार की सहायता राशि प्रदान की गई है।
जागरण संवाददाता, फरीदकोट : पंजाब सरकार की मुख्यमंत्री पंजाब कैंसर राहत कोष स्कीम के अंतर्गत जनवरी, 2018 से अब तक जिले के 23 व्यक्तियों को कैंसर जैसी नामुराद बीमारी का इलाज कराने के लिए 23 लाख 70 हजार की सहायता राशि प्रदान की गई है।
डीसी राजीव पराशर ने बताया कि सरकार की तरफ से कैंसर की बीमारी के लिए 1.50 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता दी जाती है। उन्होंने कहा कि मिशन तंदुरुस्त पंजाब मुहिम के अंतर्गत सेहतमंद जीवन जांच और मानसिक तंदुरुस्ती के मद्देनजर पंजाब सरकार राज के लोगों को मानक सेहत सहूलियतें मुहैया करवाने के लिए वचनबद्ध है और सरकार की तरफ से जहां कैंसर के मरीजों को इलाज के लिए सहायता दी जाती है। वहीं, सरकार की तरफ से काला पीलिया का इलाज भी सरकारी अस्पतालों में मुफ्त किया जाता है। उन्होंने कैंसर के साथ प्रभावित व्यक्तियों से अपील की कि वह इस स्कीम का अधिक से अधिक लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि कैंसर से बचने के लिए तंबाकू के उत्पादों और सिगरेट के सेवन से बचा जाए। उन्होंने यह भी कहा कि अच्छी सेहत के लिए नियमित कसरत की जाए और मेडिटेशन जरूर करें।
सिविल सर्जन फरीदकोट डॉ. रा¨जदर कुमार ने मुख्यमंत्री पंजाब कैंसर राहत कोष स्कीम के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि स्कीम के अधीन कैंसर के मरीज अपनी बीमारी का इलाज 16 सरकारी और सरकार की तरफ से मान्यता प्राप्त नामी प्राइवेट अस्पतालों एम्स अस्पताल नई दिल्ली, पीजीआइ चंडीगढ़, ओसवाल अस्पताल लुधियाना, आचार्य तुलसी दास अस्पताल बीकानेर, सीएमसी लुधियाना, मैक्स अस्पताल ब¨ठडा, सरकारी मेडिकल कालेज चंडीगड़, पटेल अस्पताल जालंधर, गुरु गोबिंद ¨सह सरकारी मेडिकल कॉलेज फरीदकोट, सरकारी मेडिकल कॉलेज श्री अमृतसर साहिब, सरकारी मेडिकल कालेज पटियाला, श्री गुरु रामदास इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस और रिसर्च अमृतसर, आइवीवाई अजीतगढ़, मैक्स हेल्थ केयर अजीतगढ़ और दयानंद मेडिकल कालेज लुधियाना में करवा सकते हैं। उन्होंने इस सुविधा का लाभ लेने के लिए सिविल सर्जन दफ्तर में अपना आवेदन देना होता है, जिस उपरांत जरूरतमंद मरीज को यह सहायता मुहैया करवाई जाती है। उन्होंने यह भी बताया कि निर्धारित प्रोफार्मा सभी सेहत संस्थाओं, जिला अस्पताल, सब डिवीजन स्तर के अस्पताल, सभी कम्युनिटी सेहत केंद्रों में उपलब्ध है और यह प्रोफार्मा सेहत विभाग की वेबसाइट से भी डाउनलोड किया जा सकता है।