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किशोर अवस्था की समस्याओं में विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करें अध्यापक

जिले के समूह सरकारी मिडल,हाई, सीनियर सेकेंडरी स्कूलों के मुखियों को आज किशोर शिक्षा विषय पर एक दिवसीय रिफ्रैशर कोर्स स्थानीय महात्मा गांधी मेमोरियल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में करवाया गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Dec 2018 04:19 PM (IST)Updated: Wed, 19 Dec 2018 04:19 PM (IST)
किशोर अवस्था की समस्याओं में विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करें अध्यापक
किशोर अवस्था की समस्याओं में विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करें अध्यापक

जागरण संवाददाता, फरीदकोट : जिले के समूह सरकारी मिडल, हाई, सीनियर सेकेंडरी स्कूलों के मुखियाओं को बुधवार को किशोर शिक्षा विषय पर एक दिवसीय रिफ्रेशर कोर्स स्थानीय महात्मा गांधी मेमोरियल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में करवाया गया। इस दौरान मुख्य मेहमान के तौर पर पवन रेखा बेरी ज्वाइंट डायरेक्टर पंजाब स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी चंडीगढ़ पहुंची। समागम की अध्यक्षता बलजीत कौर जिला शिक्षा अफसर सेकेंडरी फरीदकोट, ¨प्रसिपल परमिंदर ¨सह बराड़ सरकारी सीनियर स्कूल बाजाखाना, ¨प्रसिपल सुखचैन ¨सह गिल सरकारी स्कूल झक्खड़वाला ने की।

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सबसे पहले जिला साइंस सुपरवाइजर जस¨मदर ¨सह हांडा ने सभी का स्वागत किया और स्कूल मुखियाओं से अपने स्कूलों में किशोर शिक्षा सम्बंधित प्रोग्राम को सुचारू ढंग के साथ चलाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हमें शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर नतीजे प्राप्त करने के लिए किशोर शिक्षा की समझ होनी जरूरी है। हमें किशोर विद्यार्थियों की समस्याओं को समझना चाहिए और उनका मार्गदर्शन करना चाहिए। इस मौके डॉ. संजीव कटारिया ने किशोर विद्यार्थियों की पहचान, उनकी समस्या, समस्या का हल, किशोर अवस्था के विद्यार्थियों के साथ अध्यापक का व्यवहार विषयों पर बड़े ही आसान शब्दों में जानकारी दी। डॉ. गगनदीप ¨सह सहायक प्रोफेसर गुरू गो¨बदर ¨सह मेडिकल कॉलेज फरीदकोट ने किशोर अवस्था में आती शारीरिक तबदीलियों, किशोर विद्यार्थियों को मनोविज्ञान तौर पर समझने, उनकी खुराक बारे अध्यापकों को बताया कि ऐसे पड़ाव पर हम विद्यार्थियों को किस तरह नेतृत्व दे सकते हैं। इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी सेकेंडरी बलजीत कौर ने किशोर अवस्था में अध्यापक की भूमिका विषय पर अहम जानकारी प्रदान करते कहा कि हमारे पास आने वाले बच्चों के माता पिता आम तौर पर ज्यादा शिक्षित ना होने के कारण हमारी जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। मुख्य मेहमान पवन रेखा बेरी ने कहा कि किशोर अवस्था हरेक मनुष्य के जीवन की अहम अवस्था है। इस अवस्था में अध्यापक का फर्ज है कि वह किशोर अवस्था की मुश्किलों से अच्छी तरह जानकार हो और उनका उपयुक्त हल करके विद्यार्थी को निरंतर सही दिशा की तरफ चलाएं। अंत में ¨प्रसिपल सेवा ¨सह चावला ने सभी का धन्यवाद करते कहा कि किशोरों को प्राप्तियों के काबिल बनाना अध्यापक की जिम्मेवारी है। मंच संचालन जिला गाइडेंस काउंसलर जसबीर ¨सह जस्सी ने निभाई। मुख्य मेहमान समेत वक्ताओं का सम्मान किया गया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सुखमंदर ¨सह, सुरिंदर कुमार, बिमल छाबड़ा, जसविंदरपाल ¨सह ¨मटू स्टेट अवार्डी, गुर¨वदर ¨सह धींगड़ा स्टेट अवार्डी, रशपाल ¨सह सरां ने अहम योगदान दिया।


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