प्रदर्शनकारी छात्रों को समझाने गए डीएसपी ने मारी खुद को गोली, मौत
पंजाबी यूनिवर्सिटी के जैतो कैंपस में छात्रों के प्रदर्शन के दौरान छात्रों को समझाने पहुंचे डीएसपी ने खुद को गोली मार ली। डीएसपी की मौके पर ही मौत हो गई।
जेएनएन, जैतो [फरीदकोट]। जैतो के यूनिवर्सिटी कॉलेज में सोमवार को एसएचओ के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों के प्रदर्शन के दौरान डीएसपी जैतो बलजिंदर सिंह संधू ने सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मारकर खुदकशी कर ली। गोली डीएसपी की कनपटी के दूसरी ओर निकलकर साथ खड़े कांस्टेबल की आंख में जा लगी। दोनों को फरीदकोट मेडिकल कॉलेज लाया गया, जहां डॉक्टरों ने डीएसपी को मृत घोषित कर दिया। कांस्टेबल की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ खुदकशी के लिए मजबूर करने का केस दर्ज किया है।
थाना जैतो के एसएचओ इंस्पेक्टर गुरमीत सिंह पर बस स्टैंड से यूनिवर्सिटी कॉलेज की बी-कॉम फस्र्ट ईयर की छात्रा और सेकेंड ईयर के दो छात्रों को थाने ले जाकर पीटने का आरोप है। पीडि़त छात्रों के अभिभावकों ने इसकी शिकायत एसएसपी से की थी, लेकिन एसएचओ के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। एक दिन पहले भी विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं ने थाना जैतो का घेराव कर एसएचओ से माफी मांगने की मांग रखी थी। माफी न मांगने पर एक्शन कमेटी ने सोमवार को यूनिवर्सिटी कॉलेज में प्रदर्शन का कार्यक्रम तय किया था।
प्रदर्शन के दौरान एक्शन कमेटी के प्रदर्शनकारियों व छात्रों के बीच विवाद हो गया। एक्शन कमेटी में शामिल भाकियू से संबंधित नेता का बेटा रिवॉल्वर लेकर पहुंच गया, जिसका छात्रों ने विरोध किया। डीएसपी बलजिंदर सिंह ने उक्त युवक को पकड़ कर गाड़ी में बिठा लिया। इसके बाद प्रदर्शनकारी कॉलेज में घुस गए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। प्रदर्शनकारियों के एक गुट ने एक गाड़ी में भी तोडफ़ोड़ की। इस बीच प्रदर्शनकारियों को समझाते समय डीएसपी ने अचानक अपनी रिवॉल्वर निकाली और खुद को गोली मार ली। गोली दूसरी ओर से निकलकर सीआइए स्टाफ के कांस्टेबल लाल सिंह की आंख में लगी।
सूत्रों के अनुसार डीएसपी की खुदकशी के बाद पुलिस ने एक्शन कमेटी में शामिल छात्रों और किसान संगठनों के नेताओं की धरपकड़ शुरू कर दी है। पुलिस ने मौके से कुछ छात्रों को हिरासत में लिया था। इनमें से कुछ को छोड़ दिया गया है, जबकि कुछ से पूछताछ की जा रही है। एसएसपी डॉ. नानक सिंह के मुताबिक फिलहाल अज्ञात के खिलाफ खुदकशी के लिए मजबूर करने का केस दर्ज किया गया है। पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच करवाई जा रही है।
यह भी पढ़ेंः नवजोत सिद्धू हुए हिट विकेट, राहुल गांधी से मुलाकात में मिला टका सा जवाब