नौजवान के शव को राजस्थान नहर में फेंका, दो पुलिस मुलाजिम गिरफ्तार
पुलिस हिरासत के दौरान नौजवान के फंदा लगाकर जान देने और पुलिस द्वारा उसके शव को ठिकाने लगाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है।
जागरण संवाददाता, फरीदकोट : पुलिस हिरासत के दौरान नौजवान के फंदा लगाकर जान देने और पुलिस द्वारा उसके शव को ठिकाने लगाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इसको लेकर मृतक नौजवान जसपाल सिंह जस के परिवारवालों ने ग्रामीणों समेत सामाजिक जत्थेबंदियों के साथ एसएसपी दफ्तर के समक्ष धरना दिया। इस धरने में पंजाब एकता पार्टी के प्रधान सुखपाल सिंह खैहरा, मानवाधिकार कार्यकर्ता परमजीत कौर खालड़ा, कोटकपूरा के विधायक कुलतार सिंह संधवां, जैतो से विधायक मास्टर बलदेव सिंह समेत यूथ नेता लक्खा सिधाना विशेष रूप से पहुंचे और पुलिस की कार्रवाई को जमकर कोसा। इसी बीच पुलिस की पड़ताल में सामने आया है कि नौजवान के फंदा लगाने के बाद उसके शव को ठिकाने लगाने की मंशा से सीआइए इंचार्ज इंस्पेक्टर नरिद्र सिंह ने उसे राजस्थान नहर में फेंक दिया था और इस कार्य में उसका सहयोग देने वाले सीआइए के दो पुलिस मुलाजिमों दर्शन सिंह व सुखमंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।
एसएसपी दफ्तर के समक्ष रोष धरने में सुखपाल सिंह खैहरा ने कहा कि इस घटना के माध्यम से फरीदकोट पुलिस ने आतंकवाद के काले दौर की याद करवा दी है। पुलिस ने हजारों नौजवानों को इसी तरह बिना किसी कसूर के मौत के घाट उतारा था और उनके शवों को खुर्द बुर्द कर दिया था। उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार की पुलिस ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह सिर्फ बेकसूर लोगों को मारना जानती है। बहिबल गोलीकांड का मामला भी इसकी एक उदाहरण है। परमजीत कौर खालड़ा ने कहा कि उनके पति ने पंजाब से पुलिस हिरासत से गुम हुए 25 हजार नौजवानों के मामले में इंसाफ के लिए लंबी लड़ाई लड़ी थी जिसे वह भी निरंतर जारी रखे हुए है। परिवार समेत राजनीतिक व सामाजिक संगठनों ने नौजवान की मौत के मामले में आरोपित पुलिस मुलाजिमों पर हत्या का केस दर्ज करने, साजिश रचने वाले लोगों पर कार्रवाई करने व मृतक नौजवान के शव को बरामद करके परिवार को हवाले के अलावा पूरे मामले की न्यायिक जांच करवाने की गई। उधर एसएसपी दफ्तर का घेराव होने के बाद हरकत में आई जिला पुलिस ने नौजवान की मौत के मामले में सीआईए के दो मुलाजिमों दर्शन सिंह व सुखमंदर सिंह को गिरफ्तार करने का दावा किया। पुलिस द्वारा इन दोनों मुलाजिमों की निशानदेही पर शव की तलाश में राजस्थान नहर को खंगाला जा रहा है। इसके लिए चार टीमें बनाई गई है जोकि फरीदकोट से लेकर राजस्थान तक नहर को खंगाल रही है।
सीआइए के कुछ और मुलाजिमों की होगी गिरफ्तारी
नौजवान की पुलिस हिरासत में मौत व उसके शव को ठिकाने के मामले पुलिस ने फिलहाल सीआईए के कांस्टेबल स्तर के दो मुलाजिमों को ही गिरफ्तार किया है लेकिन सूत्रों का दावा है कि इस प्रकरण में सीआईए स्टाफ के कुछ उच्च स्तर के अधिकारी व मुलाजिमों की भी गिरफ्तारी होने के आसार है। बताया जा रहा है कि सीआईए में इस घटना की जानकारी मिलने के बाद जिला पुलिस के दो बड़े अधिकारियों ने सीआईए इंचार्ज इंस्पेक्टर नरिन्द्र सिंह को अपने पास बुलाया था। इस मुलाकात के दौरान उनकी अधिकारियों से साथ काफी तल्खी भी हुई जिसके तुरन्त बाद उन्होंने सीआईए पहुंच कर गोली मार कर खुदकुशी कर ली थी।