जिले के 1349 प्रत्याशियों को सूचीबद्ध करके दिलाया रोजगार : डीसी
जिला रोजगार व कारोबार ब्यूरो में बेरोजगार आवेदकों के लिए पंजीकरन कौंसलिग प्लेसमैंट स्वै रोजगार स्किल ट्रेनिग विदेश जाने के चाहवान आवेदकों को उनकी जरूरतानुसार सुविधा दी जा रही है।
जागरण संवाददाता, फरीदकोट
जिला रोजगार व कारोबार ब्यूरो में बेरोजगार आवेदकों के लिए पंजीकरन, कौंसलिग, प्लेसमैंट, स्वै रोजगार, स्किल ट्रेनिग, विदेश जाने के चाहवान आवेदकों को उनकी जरूरतानुसार सुविधा दी जा रही है। यह जानकारी देते हुए डिप्टी कमिशनर कुमार सौरभ राज ने बताया कि जिला रोजगार व कारोबार ब्युरो द्वारा हर माह दो रोजगार मेले लगाए जा रहे हैं ताकि बेरोजगार नौजवानों को रोजगार प्रदान किया जा सके। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा बेरोजगार आवेदकों को हर प्रकार के रोजगार व स्किल ट्रेनिग सबंधी सुविधा एक ही प्लेटफार्म पर दी जा रही हैं। इस ब्युरो को चलाने के लिए विभिन्न विभागों की एक टीम का गठन किया गया है जोकि बेरोजगार आवेदकों को मौके पर ही जरूरतानुसार सुविधा मुहैया करवा रहे हैं। उन्होंने बताया कि हर रोज विभिन्न संगठनों के विद्यार्थी जिला रोजगार व कारोबार ब्युरो में आ रहे हैं। जिला रोजगार ब्युरो द्वारा नवंबर 2018 से अब तक लगवाए गए रोजगार मेलों में 3857 आवेदक शामिल हुए व जिनमें 1349 आवेदकों को सूचीबद्ध करके रोजगार दिलाया गया है। उन्होंने बताया कि इस कायरलय में आवेदकों को नि:शुल्क इंटरनैट सेवा भी मुहैया करवाई जाती है इसके साथ ही ही फार्म भरने की सुविधा भी मौजूद है। इस कायरलय का समय सुबह 10 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक व शनिवार सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक खुलता है। उन्होंने सभी बेरोजगार आवेदकों को अपील की कि वो अपना नाम घर घर रोजगार पोर्टल में रजिस्टर करवाएं ताकि उन्हें उनकी योग्यतानुसार रोजगार मिल सके। जिला रोजगार व कारोबार ब्युरो अधिकारी हर्मेश कुमार ने बताया कि महीना मई दौरान 75 बच्चों की प्लेसमैंट करवाई गई। उन्होंने बताया कि जिला फरीदकोट में विभिन्न विभागों के सहयोग से 35 स्कूलों में मास कौंसलिग कार्यक्रम करवाए जिसमें 10 से +2 कक्षा के 2200 विद्याíथयों ने भाग लिया। जिसमें उन्होंने अपने कारोबार करने के लिए ऋण विधि के अतिरिक्त अलग अलग विभाग जिसमें स्वास्थ्य, समाजिक सुरक्षा, ग्रामीण विकास विभाग, शिक्षा, भलाई विभाग, माल विभाग, खेतीबाड़ी व किसान भलाई विभाग, बागवानी विभाग, भूमि रक्षा, मछली पालन, डेयरी विकास, पशु पालन व जंगलात विभाग द्वारा चलाई जा रहीं स्कीमों व अपना कारोबार शुरू करने में विशेषज्ञों द्वारा जानकारी दी गई।