पड़ोसी, दोस्त या सोशल मीडिया पर जान-पहचान बढ़ाने वालों ने किया शोषण, दुष्कर्म केस के आंकड़ों ने चौंकाया
मोहाली के जीरकपुर में जनवरी से अक्टूबर तक दुष्कर्म के 19 मामले दर्ज किए गए। इनमें से 14 मामलों में आरोपित पीड़ितों के परिचित निकले। कई मामलों में शादी ...और पढ़ें

निजी चैट, तस्वीरें या वीडियो का दुरुपयोग करने की धमकी के डर से शोषण का शिकार हुई युवतियां।
मेजर अली, जीरकपुर। जीरकपुर में दुष्कर्म व यौन शोषण के मामलों ने गंभीर चिंता बढ़ा दी है। जनवरी से अक्टूबर तक 19 मामले दर्ज हुए। इनमें से 14 मामलों में आरोपित परिचित ही निकले। यानी जिन पर युवतियां पहले से भरोसा करती थीं। पड़ोसी, दोस्त या सोशल मीडिया पर जान-पहचान बढ़ाने वालों ने शोषण किया।
पुलिस रिकार्ड के अनुसार, 19 मामलों में 12 शिकायतें शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण करने से संबंधित रहीं, जबकि 4 केस ब्लैकमेल, फोटो-वीडियो वायरल करने और धमकाने से जुड़े रहे। कई मामलों में आरोपितों ने सोशल मीडिया, पड़ोस, कॉलेज या दोस्ती के जरिए नजदीकियां बढ़ाईं। भरोसा जीतने के बाद शोषण किया और बाद में शादी से साफ मुकर गए।
कई शिकायतों में यह भी आरोप है कि आरोपित निजी चैट, तस्वीरें या वीडियो का दुरुपयोग करने की धमकी देकर संबंध बनाने या शोषण जारी रखने के लिए महिलाओं को मजबूर करते थे।
सोशल मीडिया पर दोस्ती, फिर 6 महीने तक शोषण का आरोप
एक युवती ने बताया कि वर्ष 2023 में उसकी इंस्टाग्राम पर ‘सौरभ’ नामक युवक से दोस्ती हुई। धीरे-धीरे बातचीत नजदीकियों में बदली। 2024 में युवक ने उसे जीरकपुर बुलाकर शादी का प्रस्ताव रखा।
आरोप है कि इसके बाद छह महीने तक होटल में मिलने के दौरान उसने शारीरिक संबंध बनाए और फरवरी 2025 तक शादी का भरोसा देता रहा। शिकायत के अनुसार, बाद में युवक अचानक संपर्क से गायब हो गया और अंबाला में उसे जान से मारने की धमकी देने लगा।
नौकरी का झांसा, फिर ब्लैकमेल
मध्य प्रदेश की एक युवती ने आरोप लगाया कि जीरकपुर निवासी चमनलाल ने उसे नौकरी दिलाने का वादा किया और बाद में कमरे में ले जाकर शादी का झांसा देकर संबंध बनाए।
कुछ दिनों बाद युवक ने धमकी दी कि किसी को बताया तो आपकी आपत्तिजनक फोटो-वीडियो वायरल कर दूंगा। इस तरह के चार मामले इस साल दर्ज हुए हैं, जिनमें आरोपितों ने तस्वीरों व वीडियो के दुरुपयोग की धमकी देकर महिलाओं का शोषण किया।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।