युवाओं को 40 के बाद ही करनी चाहिए पॉलीटिक्स ज्वाइन : तिवारी
जागरण संवाददाता,चंडीगढ़ : मेरा पॉलिटिक्स में आना एक एक्सिडेंट था, किसी भी छात्र को अपने करियर की शुरुआत पॉलीटिक्स से नहीं करनी चाहिए। युवाओं को पढ़ाई में ही अपना भविष्य तलाशने की जरूरत है।
जागरण संवाददाता,चंडीगढ़ : मेरा पॉलिटिक्स में आना एक एक्सिडेंट था, किसी भी छात्र को अपने करियर की शुरुआत पॉलीटिक्स से नहीं करनी चाहिए। युवाओं को पढ़ाई में ही अपना भविष्य तलाशने की जरूरत है। कुछ ऐसे विचार पूर्व केंद्रीय मंत्री और एनएसयूआइ के प्रेसिडेंट रहे मनीष तिवारी ने रखे। तिवारी बुधवार को पंजाब यूनिवर्सिटी के गोल्ड जुबली हॉल में छात्र संघ द्वारा आयोजित यूथ एंड पॉलीटिक्स थीम पर आयोजित सेमिनार में पहुंचे। पीयू स्टूडेंट काउंसिल की ओर से आयोजित सेमिनार में मनीष तिवारी ने पॉलीटिक्स में करियर की शुरुआत और बीते सालों के अनुभवों को सांझा किया। इस सेमिनार में युवाओं ने भी पॉलीटिक्स के बारे में मनीष तिवारी से कई सवाल पूछे। मनीष तिवारी ने छात्रों को अपने भविष्य को सुरक्षित रखने और आर्थिक तौर पर मजबूत होने के बाद पॉलीटिक्स ज्वाइन करने की सलाह दी। कार्यक्रम में स्टूडेंट काउंसिल के पूर्व प्रेसिडेंट दयाल प्रताप ¨सह रंधावा, एनएसयूआइ छात्र नेता जशन कंबोज, मनोज लुबाना, नीतीश गौर, सन्नी मेहता, स्टूडेंट काउंसिल के उपाध्य दलेर ¨सह और सह सचिव विपुल अत्रे के अलावा पीयू ¨सडीकेट मेंबर प्रोफेसर नवदीप गोयल, डीयूआइ शंकरजी झा, डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर इमेनुअल नाहर और काफी संख्या में स्टूडेंट्स भी पहुंचे। भारत के एजुकेशन सिस्टम में प्रेक्टिकल की भारी कमी
एक युवा के रोजगार से संबंधित सवाल पूछने पर मनीष तिवारी ने भारत के एजुकेशन सिस्टम पर ही सवाल उठा दिया। उन्होंने कहा कि भारत में करोड़ों युवा शिक्षित हैं, लेकिन स्कूलों और कॉलेजों में दी जाने वाली शिक्षा अभी भी मार्केट की मांग के अनुसार नहीं है। जिसके कारण ज्यादातर युवाओं के पास डिग्री होने के बाद भी नौकरी नहीं मिल पाती।