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योग और राजनीति को एक-दूसरे से अलग रखें ः श्री श्री रविशंकर

श्री श्री रविशंकर ने योग दिवस पर विरोध करने की घोषणा करने वालों को नसीहत दी कि योग समाज के उत्थान की बात है। योग और राजनीति को एक-दूसरे से अलग रखें।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Thu, 09 Jun 2016 08:12 PM (IST)Updated: Thu, 09 Jun 2016 08:29 PM (IST)
योग और राजनीति को एक-दूसरे से अलग रखें ः श्री श्री रविशंकर

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ । आर्ट अॉफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने कहा कि योग पर राजनीति मत करें। योग और राजनीति को एक-दूसरे से अलग रखें। वीरवार को भाजपा प्रदेशा अध्यक्ष संजय टंडन के सेक्टर-18 स्थित निवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि योग से मानव समाज तनाव मुक्त होगा। इस लिए युवाओं को योग के लिए आगे आना चाहिए।

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पंजाब प्रदेश में युवाओं में बढ़ रही नशे की प्रवृत्ति को लेकर पूछे प्रश्न के उत्तर में श्रीश्री ने कहा कि आर्ट अॉफ लिविंग की तरफ से नशा मुक्ति के प्रयास हो रहे हैं मुख्यमंत्री से भी बातचीत हुई है। इसमें राजनीतिक दल बेहतर भूमिका निभा सकते हैं। सभी राजनीतिक दलों से आग्रह है कि वे युवाओं को नशे से बाहर निकालने के अपने प्रभाव का इस्तेमाल करें।

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चंडीगढ़ में 21 जून को नरेंद्र मोदी के साथ योग के समय कांग्रेस द्वारा विरोध करने की घोषणा पर टिप्पणी करते हुए श्री श्री ने कहा कि योग पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। यह समाज के उत्थान की बात है। योग और राजनीति को एक दूसरे से अलग रखें, इसका विरोध न करें। इस अवसर पर संजय टंडन का परिवार रिश्तेदार व बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे।

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