महिला जज ने किया गरीब रथ ट्रेन में डकैती पर होश उड़ाने वाला खुलासा, जीआरपी घेरे में
अजमेर- चंडीग़ढ़ गरीब रथ ट्रेन की एक बोगी में रोहतक के पास हुई डकैती के मामले में राजस्थान की एक जज ने होश उड़ाने वाला खुलासा किया है। वह इसी बोगी में सवार थीं व लूट का शिकार बनीं।
चंडीगढ़/रोहतक, जेएनएन। हरियाणा के रोहतक के पास अजमेर-चंडीगढ़ गरीब रथ एक्सप्रेस ट्रेन में लूट की घटना के बारे में खुलासे ने ट्रेनों में सुरक्षा की पोल खोल कर रख दी है। ट्रेन में हुई इस वारदात के बारे में राजस्थान की महिला जज (एडीजे) ने रोंगटे खड़े कर देने वाली दास्तां सुनाई है। उन्होंने इसके साथ ही जीआरपी के रवैये पर भी गंभीर सवाल उठाया है। ट्रेन में हथियारबंद लुटेरों ने जमकर लूटपाट की। लुटेरों ने इस बोगी में सवार 13 यात्रियों से करीब 10 लाख रुपये के जेवर और नकदी लूट लिये।
बता दें के अजमेर से चंडीगढ़ जा रही गरीब रथ में बुधवार अल सुबह करीब 10 हथियारबंद बदमाशों ने यात्रियों को बंधक बनाकर लूटपाट की थी। बताया जाता है कि इस दौरान बदमाशों ने हवाई फायरिंग भी की। यात्रियों का अारोप है कि वारदात के समय बगल वाली बोगी में रेलवे सुरक्षा बल के जवान सोते रहे। बदमाश लूटपाट करने के बाद अाराम से उतर कर चले गए।
ट्रेन के चंडीगढ़ पहुंचने पर इसमें तैनात टीटीई ने जीआरपी को दी। अपनी शिकायत टीटीई मिठठू शर्मा ने बताया कि अजमेर-चंडीगढ़ गरीब रथ (ट्रेन संख्या 12983) में बुधवार सुबह तीन बजकर 12 मिनट के करीब एक बोगी में बदमाशों ने लूटपाट की। उन्होंने बताया कि ट्रेन रोहतक से अागे मकड़ोली के पास पहुंची तो करीब 10 नकाबपोश हथियारबंद लुटेरे जी -9 कोच में घुस आए। उन्होंने ट्रेन में चढ़ते ही कोच के दोनों तरफ के दरवाजे बंद कर दिए।
रेलवे पुलिस का कहना है कि सुरक्षा कर्मी जब जांच करने ट्रेन से नीचे उतरे तो उन पर पथराव भी किया गया। ट्रेन के चंडीगढ़ पहुंचने पर यात्रियों ने जीआरपी को मामले से अवगत कराया। चंडीगढ़ जीआरपी थाने ने जीरो एफआइआर दर्ज कर केस रोहतक जीआरपी को ट्रांसफर कर दिया गया है। पीडि़तों में राजस्थान के दौसा जिले में तैनात महिला एडीजे और उनकी बेटी भी शामिल हैं।
एडीजे ने खोली जीआरपी की लापरवाही भरे रवैये की पोल, सूचना देने के बाद भी तत्परता नहीं दिखाई
ट्रेन में डकैती की शिकार हुई राजस्थान के दौसा में तैनात अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एडीजे) अचला आर्या ने बताया कि इस पूरे मामले में जीआरपी का रवैया बेहद लापरवाही वाला रहा। लुटेरे उनका मोबाइल भी लूट कर ले गए। इस दौरान मेरी बेटी जिज्ञासा ने तुरंत अपना मोबाइल निकालकर उसकी लोकेशन निकालकर उसका स्क्रीन शॉट लेकर जीआरपी एसपी को भेज दिया। उनका कहना है ऐसे में अगर जीआरपी वाले तत्परता दिखाते, तो यकीनन लुटेरे पकड़े जाते।
इसके साथ ही एडीजे अचला आर्या ने ट्रेन में मौजूद जीआरपी के दो जवानों के लुटेरों के पीछे दौड़ने की बात को भी गलत करार दिया। उन्होंने कहा कि वे झूठी कहानी सुना रहे हैं। जीअारपी के जवानों के लुटराें के पीछे दौड़ने की तो सरासर गलत है। इसके साथ ही उन्होंने कहा, हरियाणा में हालात इतने खराब हैं हमें मालूम नहीं था।
अचला आर्य ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि दस मिनट तक बदमाश कोच में रहे। इस दौरान यात्रियों की जान पर बनी हुई थी। संयोग से कोई अन्य अनहोनी नहीं हुई। उनके साथ बेटी के अलावा परिवार के अन्य सदस्य भी ट्रेन में सवार थे।
एडीजे ने कहा- लुटरों ने एक महिला का गला दबाया, मेरी बेटी के गले पर रखा चाकू
अचला आर्या ने बताया कि एक महिला ने लूटपाट का विरोध किया तो एक लुटेरे ने उसकर गला काफी जोर से दबा दिया। इससे उसकी हालत खराब हो गई और उसे काफी देर तक सांस लेने में दिक्कत हुई। इसके अलावा लुटेरों ने मेरी बेटी के गले पर भी चाकू रखा था, इसलिए हम सब काफी डर गए थे।
लुटरों ने चेन खींचकर रोकी ट्रेन
यात्रियों के मुताबिक, गरीब रथ मंगलवार शाम छह बजे अजमेर से चंडीगढ़ के लिए चली थी। बुधवार तड़के ढाई बजे यह रोहतक पहुंची। स्टेशन से इसे चले हुए करीब 10 मिनट ही हुए थे कि मकड़ौली हॉल्ट के पास चेन खींच कर ट्रेन को रोका गया। इसी दौरान कोच नंबर जी-9 में करीब 10 बदमाश चढ़ गए।
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यात्रियों के अनुसार, हथियारों के बल पर उन्होंने 13 यात्रियों (एफआइआर में 12 का उल्लेख) को बंधक बना उनसे नकदी, जेवरात और अन्य कीमती सामान लूटा और ट्रेन से कूदकर खेतों की तरफ फरार हो गए। चेन खींचने की जांच करने के लिए जब वहां रेलवे कर्मचारी पहुंचे तो डकैती की वारदात का पता चला। अन्य कोच में लूटपाट की वारदात न हो, इसलिए कर्मचारियों ने ट्रेन को रवाना करवा दिया।
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रिवाल्वर और चाकुओं से लैस थे डकैत
सभी बदमाश हाथों में देशी रिवाल्वर और चाकू लिए हुए थे। चार-पांच बदमाशों ने मुंह पर कपड़े बांध रखे थे जबकि अन्यों के चेहरे खुले थे। कोच में दो बदमाश गेट के पास खड़े हो गए थे और अन्य हथियारों के बल पर नकदी, मोबाइल व जेवरात लूट रहे थे। बदमाशों के निशाने पर खासकर महिला यात्री रहीं। जीआरपी की जांच में सामने आया कि पांच बदमाश रोहतक रेलवे स्टेशन से ही ट्रेन में सवार हो गए थे।
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'' इस घटना को लेकर डीएसपी गुरदयाल सिंह के नेतृत्व में चार टीमें गठित की गई हैं। शीघ्र ही इस वारदात का खुलासा कर आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मैंने खुद भी वारदात स्थल का निरीक्षण किया है। दो संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की जा रही है।
- धीरज कुमार सेतिया, एसपी जीआरपी, अंबाला।
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पहले भी हो चुकी हैं वारदातें
- इसी वर्ष 17 जनवरी को सोनीपत के पास जम्मू-दिल्ली दुरंतो ट्रेन संख्या 12266 के दो एसी कोचों में लूटपाट हुई थी। ये वारदात भी अल सवेरे करीब सवा तीन बजे हुई थी। सिग्नल अचानक ग्रीन से रेड हो गया था और ट्रेन नरेला-बादली के बीच आउटर पर रुक गई थी। तभी 7 से 10 बदमाश ट्रेन के बी-3 और बी-7 कोच में घुस गए और पैसेंजरों के गले पर चाकू रखकर लाखों की नकदी व जेवरात लूट लिए थे और फरार हो गए थे।
- 5 जनवरी को भी रोहतक से पानीपत जा रही पैसेंजर ट्रेन में सात बदमाशों ने डकैती की वारदात को अंजाम दिया। बदमाश तीन सवारियों से मारपीट कर मोबाइल फोन और 12 हजार रुपये लूट ले गए थे।
- बीते 29 जून को यमुनानगर के कलानौर स्टेशन के पास चंडीगढ़-पाटलीपुत्र ट्रेन में लूट हुई थी। गिरोह में शामिल 10-12 बदमाशों ने सुबह करीब साढ़े तीन बजे ट्रेन के बी-4, बी-1 और ए-2 कोच में यात्रियों से नकदी, मोबाइल फोन और अन्य कीमती सामान लूट लिया था। बदमाशों ने ट्रेन पर पत्थर भी बरसाए, जिसमें एक यात्री चोटिल हो गया था। हालांकि इस घटना में संलिप्त छह आरोपितों को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया था।