मालगाड़ी की चपेट में आकर महिला की मौत, इंजन में फंसकर दो किलोमीटर तक घिसटता गया शव
रेलवे पुलिस ने शव को शिनाख्त से पहले पोस्टमार्टम के लिए 72 घंटे हेतु डेराबस्सी के सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया है मामले की छानबीन जारी है।
डेराबस्सी, जेएनएन। अंबाला कालका रेल मार्ग पर घग्गर रेलवे ब्रिज के समीप मालगाड़ी की चपेट में आने से एक महिला की मौत हो गई। महिला की उम्र करीब 60 साल है, जिसकी अभी शिनाख्त नहीं हो पाई है। वह मालगाड़ी के इंजन में फंसकर 2 किलोमीटर तक घिसटती गई, जिसका शव गाड़ी के रुकने के बाद निकाला गया। पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है।
जानकारी देते हुए, रेलवे पुलिस के एएसआइ राजेंद्र सिंह ने बताया कि उन्हें मामले की सूचना शाम 4:00 बजे मिली। अंबाला से चंडीगढ़ जा रही मालगाड़ी की चपेट में आकर एक महिला की मौत हो गई। यह महिला रेलवे ट्रैक के साथ साथ पैदल जा रही होगी, जो इंजन के अगले हिस्से की चपेट में आने के बाद इंजन में फंस गई और करीब दो किलोमीटर तक घिसटती गई। गाड़ी रोकने के बाद महिला का शव इंजन से बाहर निकाला गया। रेलवे पुलिस ने शव को शिनाख्त से पहले पोस्टमार्टम के लिए 72 घंटे हेतु डेराबस्सी के सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया है, मामले की छानबीन जारी है।
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ओमैक्स ग्रुप मजदूरों और वरिष्ठ नागरिकों की कर रहा देखभाल
ओमैक्स न्यू चंडीगढ़ ने अपनी कंस्ट्रक्शन साइट्स पर रहने वाले मजदूरों की लॉकडाउन पीरियड के दौरान मदद की। ग्रुप ने मजदूरों को खाने पीने का ध्यान रखा। साथ ही सोसायटी में रह रहे वरिष्ठ नागरिकों की विशेष देखभाल की। सरकार द्वारा अनुमति मिलने के बाद ग्रुप ने अपने प्रोजेक्ट में दोबारा कंस्ट्रक्शन शुरू किया, जिससे मजदूरों को रोजगार मिला। वरिष्ठ नागरिकों के लिए घर तक किराना और राशन मुहैया करवाया गया, साथ ही योग शिविर लगाए गए। ग्रुप ने सभी हाउसिंग प्रोजेक्ट्स में डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ के लिए पाचं फीसद घर बनाने की घोषणा की है।