पंजाब में सरपंचों का बोझ होगा कम, होंगे पंचायत सेक्रेटरी भर्ती
पंजाब सरकार सरपंचों पर बोझ कम करने के लिए 300 पंचायत सेक्रेटरीज की भर्ती करेगी। राज्य में पंचायत सेक्रेटरीज के 800 पद रिक्त हैं।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। पंजाब में सरपंचों के कागजी कामकाज के बोझ को कम करने के लिए अब जल्द ही पंचायत सेक्रेटरी की भर्ती की जाएगी। प्रदेश में पंचायत सेक्रेटरी के 800 पद हैैं। पहले चरण में 300 पंचायत सेक्रेटरी भर्ती होंगे। इसका सबसे ज्यादा लाभ दोआबा क्षेत्र को होगा, क्योंकि यहीं सबसे ज्यादा पद रिक्त हैैं।
सरपंच लगातार पंजाब सरकार पर दबाव बना रहे थे कि पंचायत सेक्रेटरी न होने के कारण उन्हें कागजी कार्रवाई करनी पड़ती है। सरपंच तकनीकि रूप से निपुण नहीं होते है। इसके कारण दिक्कतें आती हैैं। प्रदेश में 800 पद खाली होने के कारण एक सेक्रेटरी 10 से 14 पंचायतों का कामकाज देख रहे हैैं। इसकी वजह से सेक्रेटरी पर भी काम का खासा बोझ था। अहम बात तो यह है कि लंबे समय से पंचायत सेक्रेटरी की भर्ती नहीं होने के कारण सबसे ज्यादा असर दोआबा क्षेत्र पर पड़ रहा है।
बता दें, पंचायत सेक्रेटरी का काम क्लर्कियल काम करने का होता हैं। वह पंचायतों के सारे कामकाज का ब्योरा रखता है। यहां तक कि पंचायत सेक्रेटरी के पास सरपंच के साथ चेक पर साइन करने का भी अधिकार होता हैं। पहले चरण में होने वाली भर्ती एसएस बोर्ड के माध्यम से होगी। इन नियुक्ति स्थायी होगी।
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कामकाज के तरीके में सहूलियत होगी : मलूका
ग्रामीण विकास व पंचायत राज्य मंत्री सिकंदर सिंह मलूका का कहना हैं कि 300 पंचायत सेक्रेटरी की भर्ती से काफी हद तक राहत मिलेगी, क्योंकि पद रिक्त होने की वजह से पंचायतों पर कागजी कामकाज करने का खासा दबाव पड़ रहा था। जल्द ही इनकी भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इसका सबसे ज्यादा लाभ दोआबा क्षेत्र को मिलेगा, क्योंकि सबसे ज्यादा खाली पोस्टें दोआबा में ही है।
यह है नियम
पंजाब में 13,500 के करीब पंचायतें हैं। नियमानुसार तीन या चार पंचायतों पर एक पंचायत सेक्रेटरी होना चाहिए। वर्तमान में 10 से 14 पंचायतों पर एक पंचायत क्लर्क काम कर रहा हैं।