वाई फाई तो बहाना है, स्टूडेंट्स को घर नहीं जाना है
पंजाब यूनिवर्सिटी में इस समय हॉस्टल में रहने वाले स्टूडेंट्स को घर भेजने को लेकर हंगामा चल रहा है।
वैभव शर्मा, चंडीगढ़
पंजाब यूनिवर्सिटी में इस समय हॉस्टल में रहने वाले स्टूडेंट्स को घर भेजने को लेकर हंगामा चल रहा है। पहले कहा जा रहा था कि स्टूडेंट्स एग्जाम की वजह से यहां रुके हुए है। कई कह रहे थे कि वह रिसर्च स्कॉलर हैं इसलिए कैंपस में रुके हैं। लेकिन स्टूडेंट्स के साथ वार्डन की वन टू वन इंटरेक्शन में एक चौंकाने वाली बात सामने आई है। नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर एक हॉस्टल वार्डन और स्टूडेंट ने बताया कि हॉस्टल में लगे वाई फाई की तेज स्पीड उन्हें घर नहीं जाने दे रही है। एक समय यही स्टूडेंट्स वाई फाई की स्पीड को लेकर पीयू प्रशासन को कोसते थे, आज वाई फाई की स्पीड को हॉस्टल में रुकने का कारण बता रहे हैं। रिसर्च स्कॉलर के गाइड से भी की जा रही है बात
जो हॉस्टल में रिसर्च स्कॉलर, रिसर्च करने के लिए रुके हैं। उनके गाइड से भी बात की जा रही है। वहीं, गाइड्स ने बताया कि उन्होंने रिसर्च स्कॉलर को घर जाने के लिए कह दिया था। उसके अलावा वार्डन द्वारा स्टूडेंट्स के पेरेंट्स से भी बात की जा रही है, इस दौरान स्टूडेंट्स इस बात का विरोध कर रहे हैं कि वह उनके पेरेंट्स से बात क्यों कर रहे हैं।
घर जाने वाले स्टूडेंट की की जाएगी मदद
ब्वॉयज हॉस्टल नंबर तीन के वार्डन संजीव गौतम ने कहा कि उन्होंने स्टूडेंट्स से बात की और कई स्टूडेंट्स ने बताया कि वह घर जाना चाहते है, तो उनकी मदद की जाए। इस पर उन्होंने स्टूडेंट्स को हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। स्टूडेंट्स द्वारा सुरक्षाकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। वाई फाई का तो बहाना है, सच तो यह है कि स्टूडेंट घर नहीं जाना चाहते। अगर यूजीसी एग्जाम न होने की घोषणा करता है तो भी स्टूडेंट्स को वापस जाना होगा।
-प्रो. सुखबीर कौर, डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर (वुमन), पीयू