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जो कभी थे कालिया के साथ आज वही हो गए बेगाने

आज वही उनके खिलाफ हो गए हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 Jun 2019 09:05 PM (IST)Updated: Tue, 11 Jun 2019 06:30 AM (IST)
जो कभी थे कालिया के साथ आज वही हो गए बेगाने
जो कभी थे कालिया के साथ आज वही हो गए बेगाने

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : जिनके कभी मेयर कालिया के पक्ष में हाथ उठते थे, आज वही उनके खिलाफ हो गए हैं। कालिया को मेयर बनवाने में उनके वाल्मीकि समुदाय के प्रतिनिधियों के अलावा सफाई कर्मचारी यूनियन, डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्टरों और अन्य कर्मचारियों की संस्थाओं ने जोर लगाया लेकिन सोमवार को डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन सोसायटी, सफाई कर्मचारी यूनियन और दक्षिणी सेक्टरो में ठेके पर काम करने वाले कर्मचारियों ने मेयर राजेश कालिया के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान मेयर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। एसोसिएशंस में अधिकतर वाल्मीकि समुदाय के लोग ही शामिल हैं। इसके बाद मेयर के साथ प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधियों की बैठक हुई जिसके बाद मेयर ने एमसी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे कर्मचारियों की हड़ताल खुलवाई। रुका हुआ एरियर दिलवाने का आश्वासन

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मेयर ने धरने पर बैठे लायंस कंपनी के सफाई कर्मचारियों को कहा कि जो उनका एरियर पिछले डेढ़ साल से रुका हुआ है, वह उन्हें दे दिया जाएगा। मालूम हो कि कालिया को भाजपा से मेयर का उम्मीदवार बनवाने के लिए शहर का 90 प्रतिशत वाल्मीकि समुदाय समर्थन में था। कांग्रेस के भी वाल्मीकि समुदाय के नेताओं ने भी कालिया का समर्थन किया था। डड्डूमाजरा के लोग भी हुए मेयर के खिलाफ

डड्डूमाजरा के लोग भी मेयर कालिया के खिलाफ हो गए हैं क्योंकि यहां पर मरे हुए जानवरों के संस्कार का प्लांट लगाया जा रहा है, जिसको यहां के लोग नहीं चाहते थे। यहां के निवासियों को उम्मीद थी कि कालिया यहां पर प्लांट नहीं लगने देंगे लेकिन मेयर कालिया ऐसा नहीं कर पाए। कालिया डड्डूमाजरा के ही मूल निवासी हैं। कालिया हमेशा ही डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्टरों का समर्थन करते आए हैं इसलिए ही अभी तक सूखे और गीले कचरे का सेग्रीगेशन पूरे शहर में शुरू नहीं हो पाया है। मेयर का बचपन यहां पर बने डंपिग ग्राउंड में कचरा बीनते हुए गुजरा है। डड्डूमाजरा में रहने वाले भाजपा नेता नरेंद्र चौधरी नए खुलने वाले प्लांट के कारण मेयर राजेश कालिया के खिलाफ खुलकर सामने आ गए हैं। हमें विश्वास में नहीं लिया गया

डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन सोसायटी के अध्यक्ष एवं वाल्मीकि समुदाय के नेता ओमप्रकाश सैनी का कहना है कि मेयर बदल चुके हैं। गांव सांरगपुर और खुड्डा जस्सू में सेग्रीगेशन सिस्टम शुरू हो गया है लेकिन उन लोगों को विश्वास में नहीं लिया गया है।


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