खाना खाते समय मास्क उतारकर बोला, मैं अमृतपाल हूं, एक रात बितानी है; सुबह स्कूटी छोड़कर हुआ फरार
हरजिंद्र बताया कि सुबह दस बजे के करीब पपलप्रीत ने सामान उठाया और अकेला चला गया। करीब तीन घंटे बाद वापस आ गया। उस समय अमृतपाल घर पर मौजूद था। बाद में दोनों घर में बैग और स्कूटी छोड़कर चले गए।
अंबाला, दीपक बहल। खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह यू-ट्यूबर पपलप्रीत के साथ 19 मार्च की रात 9 बजकर 46 मिनट पर शाहाबाद के सिद्धार्थ कालोनी में सफेद रंग की पंजाब नंबर की स्कूटी से पहुंचा था। बलजीत कौर इंटरनेट मीडिया के माध्यम से पपलप्रीत के संपर्क में आई थी और उसे यूट्यूब व इंस्टग्राम पर फालो करती थी। पपलप्रीत पहले भी इनके घर आ चुका था।
कुरुक्षेत्र पुलिस को दिए बयान में बलजीत के भाई हरजिंद्र सिंह ने विस्तार से जानकारी दी है। उसने बताया, उसकी बहन खाना बना रही थी। तभी सफेद रंग की जूपिटर स्कूटी पर दो लोग आए, जिसे पपलप्रीत चला रहा था। स्कूटी पर बैठे व्यक्ति ने मास्क लगा रखा था। खाना खाते समय उसने मास्क उतारते हुए बोला, मैं अमृतपाल हूं और एक रात बितानी है। अमृतपाल ने परना (अंगोछा) डाला था और हाथ में कैप थी।
हरजिंद्र बताया कि सुबह दस बजे के करीब पपलप्रीत ने सामान उठाया और अकेला चला गया। करीब तीन घंटे बाद वापस आ गया। उस समय अमृतपाल घर पर मौजूद था। बाद में बलजीत कौर से फोन पर बात हुई तो उसने बताया कि स्कूटी खड़ी कर दोनों पैदल चले गए हैं। दोनों ने घर में बैग छोड़ दिया और कहा कि बैग हमारे लोग ले जाएंगे। स्कूटी पटियाला में छोड़कर आनी है। इसके बाद चचेरे भाई को बुलाया और स्कूटी चलाकर पंजाब ले गए।
अमृतपाल खुले बाल करके चला गया। उसके पास काली छतरी थी, जो बलजीत कौर ने दी थी। हरजिंद्र ने बताया कि अमृतसर के रहने वाले पपलप्रीत से बलजीत कौर की करीब तीन साल से पहचान है। करीब 20 दिन पहले दिल्ली जाते समय पपलप्रीत सफेद रंग की ब्रेजा गाड़ी को शाहाबाद में खड़ी कर गया था। पता चला कि हरजिंद्र की पत्नी ईरान में हैं, जिसके पास वहां की नागरिकता है। अप्रैल 2022 में उसकी शादी हुई थी।
सूत्रों के अनुसार हरियाणा पुलिस को जब इस घटना की जानकारी मिली तो पंजाब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत की गई। इसी बीच प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज और मुख्यमंत्री मनोहर लाल तक मामला पहुंचा। चर्चा है कि केंद्र के दखल के बाद पंजाब के अधिकारी हरकत में आए और उसे ले गए।