जगह-जगह जलभराव, सीवरेज बंद होने से सड़कों पर जमी मिट्टी
रोड-गलियों की हालत बयां कर नगर निगम की पोल खोलकर रख दी।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : दो घंटे की तेज बरसात ने शहर की रोड-गलियों की हालत बयां कर नगर निगम की पोल खोलकर रख दी। रोड गलियों की सफाई के नाम पर एक करोड़ से ज्यादा का बजट खर्च करने के बाद शहर का ऐसा हाल हैरान करने वाला है। शुक्रवार की सुबह शुरू हुई मुसलाधार बरसात से पूरा शहर जलमग्न हो गया। फुटपाथ तक डूबने से नदी जैसी स्थति बन गई। इसका मुख्य कारण यह है कि जगह-जगह सीवरेज और मेनहाल ब्लॉक हो गए। इससे पानी को निकलने की कहीं जगह ही नहीं मिल रही थी। बाढ़ की तरह यह पानी पीछे अपने निशान छोड़ गया। सड़कों पर मिट्टी की मोटी परत जम गई। पानी का बहाव इतना तेज रहा कि फुटपाथ और रोड बर्म से ईट-पत्थर तक बहकर मुख्य सड़क पर पहुंच गए। सेक्टर-19 स्थित ली कार्बूजिए सेंटर और पर्यावरण भवन के सामने मध्यमार्ग पर मिट्टी की मोटी परत जम गई। पानी उतरने के बाद जब वाहनों के चलने से मिट्टी सूखी तो इससे वाहन चालकों को खासी परेशानी उठानी पड़ी। उखड़ गए पेड़
पानी के तेज बहाव ने पेड़ों को जड़ों से उखाड़ दिया। कई जगह पेड़ गिरने की सूचना मिली। रॉक गार्डन के सामने, पीयू के पीछे धनास रोड और कई अन्य जगह पेड़ गिरे। इसके अलावा कई जगह टहनी भी टूटकर गिरी। नगर निगम की टीम दिनभर पेड़ों को हटाने में जुटी रही। यह कैसी स्मार्ट सिटी है जो एक घंटे की बरसात भी नहीं झेल सकती। बरसात से निपटने की तैयारियों ने दर्शा दिया है कि भाजपा शासित एमसी में काम कम सैर सपाटा ज्यादा चल रहा है। पार्षद और मेयर शहर को रामभरोसे छोड़कर बाहर हैं। सरकारी खर्चे पर दर्शन हो रहे हैं। फरियाद लेकर सांसद के पास जाते हैं तो जेल में डाला जा रहा है। बरसात में हालत ऐसी थी कि सेक्टर-29 अपने निवास से जीएमसीएच-32 के तीन मिनट सफर को तय करने में एक घंटा लग गया। पूरे शहर का सीवरेज सिस्टम ठप हो चुका है।
-वसीम मीर, प्रेसिडेंट, आजाद रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन सेक्टर-29