Move to Jagran APP

पंजाब जंगलात विभाग घोटाला: एक और अधिकारी गिरफ्तार, IFS परवीन का खुलासा- पूर्व मंत्री गिलजियां के कहने पर किया घोटाला

पंजाब में जंगलात घोटाले के मामले में पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने विभाग के आइएफएस अफसर परवीन को गिरफ्तार किया है। परवीन कुमार ने खुलासा किया कि जंगलात विभाग में हुआ ट्री गार्ड घोटाला पूर्व मंत्री संगत सिंह गिलजियां के कहने पर किया।

By JagranEdited By: Ankesh ThakurPublished: Tue, 27 Sep 2022 11:28 AM (IST)Updated: Tue, 27 Sep 2022 11:28 AM (IST)
पंजाब जंगलात विभाग घोटाला: एक और अधिकारी गिरफ्तार, IFS परवीन का खुलासा- पूर्व मंत्री गिलजियां के कहने पर किया घोटाला
आइएफएस अफसर को विजिलेंस ने सोमवार को गिरफ्तार किया है। सांकेतिक फोटो

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। पंजाब में जंगलात घोटाले के मामले में पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने विभाग के आइएफएस अफसर परवीन को गिरफ्तार किया है। परवीन कुमार ने खुलासा किया कि जंगलात विभाग में हुआ ट्री गार्ड घोटाला पूर्व मंत्री संगत सिंह गिलजियां के कहने पर किया। पूछताछ में परवीन कुमार ने बताया कि विधानसभा चुनाव में संगत सिंह गिलजियां ने कहा कि चुनाव में उनका प्रतिद्वंद्वी एक धनी व्यक्ति है, जिनके पास यूएसए से वित्तीय बैकअप है। इसलिए उन्हें चुनाव लड़ने के लिए अतिरिक्त धन की भी आवश्यकता है। इसके अलावा मंत्री ने उन पर विभिन्न आधिकारिक गतिविधियों के लिए निर्धारित विभाग की निधि से धन की व्यवस्था करने का दबाव डाला। जिसके बाद यह सारा घोटाला हुआ।

loksabha election banner

विजिलेंस अधिकारियों के मुताबिक जांच में पता चला है कि च्वाइस पोस्टिंग देने, खैर के पेड़ों को काटने में कमीशन, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने, करोड़ों रुपये के ट्रीगार्ड की खरीद में हुए घोटाले व अन्य सभी मामलों में परवीन कुमार शामिल है। परवीन कुमार पिछले 5 वर्षों से वन विभाग में व्यापक तौर पर चल रहे कथित संगठित भ्रष्टाचार में शामिल था। परवीन कुमार पनकैम्पा के सीईओ और वन विभाग में एनओसी जारी करने के नोडल अधिकारी बने हुए हैं।

इसके अलावा, संगत सिंह गिलजियां के 26 सितंबर 2021 को वन मंत्री बनने के बाद, उन्हें अक्टूबर 2021 में पीसीसीएफ का प्रभार दिया गया था। इसके बाद परवीन कुमार ने पूर्व मंत्री के भतीजे दलजीत सिंह गिलजियां के साथ एक साजिश रची। दलजीत गिलजियां और विपुल सहगल को विशाल चौहान, आइएफएस, सीएफ से मिलवाया और उनसे कहा कि वे उनकी सहायता करें क्योंकि वे विभाग को बिना किसी टेंडर/ कोटेशन के ट्रीगार्ड की आपूर्ति करेंगे या जेम पोर्टल से सरकार के नियमों के अनुसार यह काम करेंगे।

नतीजतन, अन्य सह-आरोपितों नितिन बंसल, बिंदर सिंह, सचिन मेहता, विपुल सहगल और अन्य के साथ मिलकर ट्रीगार्ड की खरीद की आड़ में करोड़ों रुपये का गबन किया गया। इसके अलावा संगत सिंह गिलजियां और परवीन कुमार ने लाभार्थियों से पैसे लेने के बाद पंजाब में चुनाव आचार संहिता लागू होने से एक दिन पहले 7/1/2022 को 23 कार्यकारी क्षेत्र के अधिकारियों के स्थानांतरण आदेश जारी करने के लिए निर्धारित मानदंडों को दरकिनार कर दिया।

परवीन कुमार पंजाब में विभिन्न व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की एनओसी के संबंध में केस पास कराने के एवज में अवैध रूप से पैसा लेता रहा है। आरोपित के खिलाफ दस्तावेजी और परिस्थितिजन्य साक्ष्य सामने आए है। इसके आधार पर परवीन कुमार को गिरफ्तार किया गया है। ध्यान रहे कि विजिलेंस ब्यूराे ने जंगलात विभाग में हुए घोटाले के मामले में 6 जून 2022 को आईपीसी की धारा 409,420,465,467,468,471, 120-बी आईपीसी और 7,7 (ए), 13 (1), 13 (2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था। इस मामले में पूर्व जंगलात मंत्री साधू सिंह धर्मसोत और संगत सिंह गिलजियां भी आरोपित है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.