US में हुई वर्ल्ड साल्सा समिट में बतौर जज बने चंडीगढ़ के वरुण डीएस राणा, ऐसा करने वाले पहले भारतीय
चंडीगढ़ सहित ट्राईसिटी में साल्सा ट्रेनर वरुण डीएस राणा के नाम एक बड़ी उपलब्धि जुड़ चुकी है। हाल ही में मियामी (यूएस) में हुई प्रतिष्ठित इंटरनेशनल डांस स्टाइल वर्ल्ड चैंपियनशिप वर्ल्ड साल्सा समिट में वह बतौर जज थे ऐसा करने वाले वरुण पहले भारतीय बने हैं।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। वर्ष 2019 नेशनल डांस स्पोर्ट चैंपियनशिप के जज रह चुके वरुण डीएस राणा ट्राईसिटी में साल्सा ट्रेनर के रूप में अपनी अलग पहचान रखते हैं। वरुण ने एक बार फिर चंडीगढ़ व देश का नाम रोशन किया है। हाल ही में मियामी (यूएस) में हुई प्रतिष्ठित इंटरनेशनल डांस स्टाइल वर्ल्ड चैंपियनशिप 'वर्ल्ड साल्सा समिट' में वह बतौर जज थे, ऐसा करने वाले वरुण पहले भारतीय बने हैं। इतना ही नहीं, वह इंटरनेशनल स्टाइल में वर्ल्ड डांस चैंपियनशिप को जज करने वाले भी पहले भारतीय हैं। इससे पहले उन्होंने भारतीय नृत्य भांगड़ा, शास्त्रीय व लोक नृत्य जैसी शैलियों को ही जज किया है। वर्ल्ड साल्सा समिट दुनिया के सबसे बड़े प्रतिस्पर्धी साल्सा आयोजनों में से एक है और इस साल भी दुनिया भर के प्रतिभागियों ने चैंपियनशिप में हिस्सा लिया।
वरुण जो न केवल पहले भारतीय, बल्कि एकमात्र एशियाई भी हैं, जिन्हें 'वर्ल्ड साल्सा समिट' के आधिकारिक पैनल में समिट को जज करने का अवसर मिला है। वरुण ने कहा कि मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे 'वर्ल्ड साल्सा समिट' को जज करने का शानदार अवसर मिला। साल्सा डांस चैंपियनशिप एक तरह से साल्सा का मक्का है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करने से आपको हमेशा गर्व की अनुभूति होती है।
वर्ष 2000 में चंडीगढ़ से अपनी नृत्य यात्रा शुरू करने वाले वरुण राणा ने सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर 2005 में डांस रियलिटी शो 'डांस-डांस' से प्रसिद्धि हासिल की थी। तब से वह विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्लेटफार्मों पर ट्राईसिटी और देश का प्रतिनिधित्व करते आ रहे हैं। एक प्रशिक्षक के रूप में वरुण ने दुबई, सिंगापुर, थाईलैंड, नेपाल, हांगकांग जैसे कई देशों में आयोजित कार्यशालाओं में डांस स्पोर्ट और साल्सा का प्रशिक्षण दिया है। गौरतलब है कि वरुण ऑल इंडिया डांस स्पोर्ट फेडरेशन में साल्सा के नेशनल कोच हैं और उन्होंने क्लब साल्सा इंटरनेशनल की भी स्थापना की है। उन्होंने बहुत सारी युवा प्रतिभाओं को आगे बढ़ाया है। उनके स्टूडेंट्स में सबसे कम उम्र की भारतीय वर्ल्ड साल्सा चैंपियनशिप विजेता आशना बागरी का नाम उल्लेखनीय है, जिन्होंने 2020 में प्रो एम (14-17) वर्ष के आयु वर्ग में भाग लेते हुए उक्त खिताब जीता था।
वरुण डीएस राणा ने कहा कि भारत में प्रतिभा की कमी नहीं है। बस हमें और अधिक प्लेटफॉर्म तैयार करने की जरूरत है ताकि पूरी दुनिया के सामने यहां के युवा अपने कौशल का प्रदर्शन कर सकें। इस तरह के अवसर पैदा करने के लिए मैं अपना स्वयं का एक डांस शो शुरू करने की योजना बना रहा हूं, जो अंतराष्ट्रीय डांस चैंपियनशिप के लिए आने वाली प्रतिभाओं को बढ़ावा देगा।