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एडमिशन को लेकर चंडीगढ़ के स्टेपिंग स्टोन स्कूल में हुआ बवाल, मौके पर बुलानी पड़ी पुलिस

इन दिनों शहर के प्राइवेट स्कूलों में एडमिशन का दौर चल रहा है। स्कूलों में ड्रा के जरिये बच्चों को दाखिला दिया जाता है। ऐसे में स्टेपिंग स्टोन स्कूल सेक्टर-38 में दाखिला प्रक्रिया में शामिल होने पहुंचे अभिभावकों ने स्कूल प्रशासन की कार्यप्रणाली के खिलाफ विरोध जताया।

By Ankesh KumarEdited By: Published: Thu, 11 Mar 2021 02:31 PM (IST)Updated: Thu, 11 Mar 2021 02:31 PM (IST)
एडमिशन को लेकर चंडीगढ़ के स्टेपिंग स्टोन स्कूल में हुआ बवाल, मौके पर बुलानी पड़ी पुलिस
स्टेपिंग स्टोन स्कूल सेक्टर 38 में दाखिला प्रक्रिया में शामिल होने पहुंचे अभिभावक।

चंडीगढ़ [सुमेश ठाकुर]। शहर के प्राइवेट स्कूलों में इन दिनों एंट्री लेवल एडमिशन प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में वीरवार को स्टेपिंग स्टोन स्कूल सेक्टर-38 में इक्नॉमिकल वीकर सेक्शन (ईडब्ल्यूएस) कैटेगरी का ड्रा निकाला गया, तो इस दौरान वहां बवाल हो गया। क्योंकि ड्रा के लिए करीब 60 आवेदन ही शामिल किए गए। ऐसे में स्कूल पहुंचे अभिभावकों ने इसका विरोध किया, जिससे वहां माहौल तनावपूर्ण हो गया। बवाल बढ़ता देख मौके पर पुलिस को बुलाना पड़ा।

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स्कूल पहुंचे अभिभावकों में से राज बहादुर ने बताया कि एडमिशन के लिए 250 के करीब आवेदन आए हुए थे। 11 मार्च को ड्रा का समय तय किया गया था। जैसे ही अभिभावक स्कूल में ड्रा के लिए पहुंचे तो स्कूल प्रबंधन ने बताया कि कुछ सीटों पर एडमिशन हो चुकी है और कुछ ही सीटें खाली हैं। बची हुई सीटों के लिए मात्र 60 स्टूडेंट्स के आवेदन को ड्रा बॉक्स में डाला गया। जिसमें से ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के एडमिशन के लिए स्टूडेंट्स को चयन हुआ।

शॉर्टलिस्ट का क्या था आधार

अभिभावक राज बहादुर ने बताया कि उनका घर स्कूल के 500 मीटर दायरे में आता है। एडमिशन के लिए सभी डॉक्यूमेंट्स उनके पास हैं। स्कूल प्रशासन ने ऑनलाइन 250 आवेदन पत्र की लिस्ट जारी की है। इसके बाद काेई भी जानकारी अभिभावकों को नहीं दी गई है। आज जब वह एडमिशन ड्रा के लिए स्कूल पहुंचे तो बताया गया कि 90 आवेदन पत्रों को ही ड्रा में शामिल किया गया है जिसमें से 30 का ड्रा अभिभावकों के पहुंचने से पहले ही हो चुका है, 60 बच्चों के आवेदन पत्र शामिल किया जा रहा है। इस बात का उन्होंने विरोध जताया। 

ड्रा प्रक्रिया से होता है एडमिशन

शहर के प्राइवेट स्कूलों में एडमिशन के लिए ड्रा निकाला जाता है। पेरेंट्स जिस स्कूल में बच्चे का एडमिशन कराते हैं वहां पर आवेदन किया जाता है। इसके बाद आवेदनों को शॉर्टलिस्ट करके स्कूल ड्रा निकालता है। ड्रा में जिन भी स्टूडेंट्स का नाम आता है उन्हें एडमिशन मिलती है। शहर के प्राइवेट स्कूलों को प्रशासन की तरफ से जमीन दी जाती है जिसके लिए एक शर्त आर्थिक रूप से कमजोर स्टूडेंट्स को फ्री में एजुकेशन देने की है, जिसे ईडब्ल्यूएस कैटेगरी का नाम दिया गया है। ईडब्ल्यूएस कैटेगरी एडमिशन के लिए वही बच्चा अप्लाई कर सकता है जिसके परिवार की वार्षिक आय डेढ़ लाख रुपये से कम हो। स्टूडेंट्स की फीस चंडीगढ़ प्रशासन के शिक्षा विभाग द्वारा जारी की जाती है। हर क्लास में 15 से 25 प्रतिशत स्टूडेंट्स ईडब्ल्यूएस कैटेगरी से होते हैं। 

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