जब तक कंटेनमेंट जोन में एक भी केस, नहीं मिलेगी कोई राहत
बापूधाम और सेक्टर-30बी की मांग को प्रशासन ने ठुकराया।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : बापूधाम के किसी भी एरिया में अभी कोई राहत नहीं मिलेगी। गवर्नमेंट ऑफ इंडिया की गाइडलाइंस के अनुसार ही कोई राहत दी जा सकती है और वह तब मिलेगी जब अंतिम पॉजिटिव के बाद 21 दिन गुजर जाएंगे। प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने मंगलवार को वॉर रूम मीटिग में यह स्पष्ट कर दिया। बदनौर ने बताया कि कंटेनमेंट और बफर जोन में राहत दिए जाने के लिए निरंतर मांग हो रही थी। काउंसलर दविद्र बबला और बापूधाम काउंसलर दलीप शर्मा भी इसको लेकर मांग उठाते रहे हैं। दलीप शर्मा तो एडवाइजर मनोज परिदा सहित अन्य अधिकारियों से भी मिले थे। बापूधाम और सेक्टर-30बी में सबसे ज्यादा मांग हो रही थी। लेकिन प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि राहत चाहिए तो संक्रमण पर पूरी तरह से ब्रेक लगानी होगी। प्रशासक ने कहा कि लोकल रेजिडेंट्स को इन एरिया में जो दिक्कत हो रही है वह उससे वाकिफ हैं। मेडिकल एक्सपर्ट की सलाह अनुसार इंफेक्शन को रोकने के लिए यह सख्ती जरूरी है। हालांकि कंटेनमेंट और बफर जोन की बाउंड्री तय की जाएंगी। इस एडवाइजर मनोज परिदा ने कहा कि बापूधाम सहित अन्य कंटेनमेंट जोन के अलग-अलग एरिया से लिए गए सैंपल के टेस्ट रिजल्ट का विश्लेषण किया जा रहा है। गवर्नमेंट ऑफ इंडिया से जो डायरेक्शन मिली हैं, उसके अनुसार कंटेनमेंट और बफर जोन की बाउंड्री को रिव्यू किया जाएगा। प्रशासन ने दोनों की बाउंड्री तय कर राहत देने का खाका तैयार किया था। सैंपल रिपोर्ट आने तक अस्तपालों में रहेंगे बापूधाम वासी
बापूधाम के जिन लोगों का सैंपल स्वास्थ्य विभाग की टीम लेगी। उन्हें सैंपल लेने के बाद से उसका रिजल्ट आने तक जीएमएसएच-16 और जीएमसीएच-32 में क्वारंटाइन किया जाएगा। हालांकि इस फैसले के बाद बापूधाम के स्कूल में लोकल टेस्टिंग सेंटर बनाने का कोई औचित्य नहीं रह जाता। 16 पैसेंजर होटल से हुए डिस्चार्ज
प्रिसिपल सेक्रेटरी हेल्थ अरुण कुमार गुप्ता ने बताया कि 83 लोग चंडीगढ़ में विदेश से लौटे थे। सात दिन क्वारंटाइन पूरा होने के बाद 16 लोगों को होटल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। इन सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। वहीं, जो 70 यात्री डोमेस्टिक फ्लाइट से चंडीगढ़ आए, उन्हें भी सेल्फ मॉनीटरिग की सलाह दी गई है।