केंद्रीय मंत्री सोमप्रकाश ने पंजाब सरकार को घेरा, कहा- कोरोना काल में भी हो रहे बड़े-बड़े घोटाले
केंद्रीय मंत्री सोमप्रकाश ने पंजाब सरकार को घेरा। कहा कि कोरोना काल में भी पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार बड़े-बड़े घोटाले करने पर लगी हुई है।
जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब में दलित छात्रों के लिए केंद्रीय पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप योजना (Central post matric scholarship scheme fo SC Students) में 63.91 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया है। सीधे आरोप पंजाब सरकार में सामाजिक न्याय सशक्तिकरण व अल्पसंख्यक विभाग के मंत्री साधू सिंह धर्मसोत और उक्त विभाग के अधिकारियों पर लगे हैंं। इस मामले में केंद्रीय मंत्री सोमप्रकाश ने कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार को घेरा। कहा कि कोरोना काल में भी पंजाब में बड़े-बड़े घोटाले हो रहे हैं।
केंद्रीय उद्योग एवं वाणिज्य राज्य मंत्री सोमप्रकाश ने सामाजिक न्याय सशक्तिकरण व अल्पसंख्यक विभाग के मंत्री साधू सिंह धर्मसोत के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। सोमप्रकाश ने केंद्रीय सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण मंत्री डॉ. थावर चंद गहलोत व पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को पत्र लिखकर मांग की है कि इस मामले की गहनता से जांच करवाई जाए, क्योंकि यह एक बड़ा घोटाला है और इसमें खुद मंत्री का नाम आया है। जिसकी जांच एडिशनल चीफ सेक्रेटरी स्तर के अधिकारी ने की है।
मंत्री सोमप्रकाश ने कहा कि जब यह घोटाला हुआ उस वक़्त फगवाड़ा के मौजूदा विधायक उक्त विभाग के निदेशक के पद पर आसीन थे। उन्होंने आशंका जताई है कि उनकी देखरेख में ही इस सारे घोटाले को अंजाम दिया गया। उन्होंने कहा कि मंत्री को तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए, क्योंकि मंत्री ने गरीब व दलित बच्चों का हक मारा है।
वहीं, पंजाब में जहरीली शराब के मामले को लेकर बातचीत करते हुए मंत्री सोमप्रकाश ने अमृतसर, तरनतारन और बटाला में जहरीली शराब पीने से हुई 125 लोगों की मौत के लिए राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि उनको नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए थी। सोमप्रकाश ने कहा कि जहरीली शराब पीने से जहां सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं अनेक विभिन्न अस्पतालों में जिंदगी-मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पंजाब में कई जगह शराब बनाने वाली अवैध फैक्ट्रियां चल रही है, जिन पर पंजाब की कैप्टन सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा जब शराब के मामले को लेकर ईडी ने पंजाब सरकार से जानकारी हासिल करने के लिए बातचीत की तो पंजाब सरकार की ओर से उन्हें कोई भी जानकारी उपलब्ध नहीं करवाई गई, क्योंकि फैक्ट्रियां सरकार के मंत्रियों, विधायकों व पुलिस की मिलीभगत से चल रही हैं। इस संबंध में मंत्री सोमप्रकाश ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र सौंप इस मामले में सीबीआइ जांच की मांग की है।
सोमप्रकाश ने गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत राशन वितरण में हुए कथित घोटाले को लेकर सीबीआइ जांच के लिए शाह को पत्र लिखा है। मंत्री सोमप्रकाश ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते जरुरतमंद लोग भूूखे पेट न सोएं इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से पंजाब सरकार को करीब 1 करोड़ 42 लाख लोगों के लिए राशन सामग्री भेजी गई थी, लेकिन पंजाब सरकार की ओर से उक्त राशन सामग्री को जरुरतमंद लोगों तक नहीं पहुंचाया गया तथा राशन कोंग्रेसी विधायकों व नेताओं के घरों से बरामद हुआ।
मंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने केंद्र सरकार द्वारा भेजी राशन सामग्री को बांटने में घोटाला किया है। जिसके चलते उन्होंने केंद्रीय खाघ एवं सार्वजनिक विभाग के मंत्री रामविलास पासवान व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर सीबीआइ जांच की मांग की गई है। सोमप्रकाश ने कहा कि जांच के दौरान जो भी दोषी पाया गया उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।